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जिला सिरमौर के उपमंडल शिलाई में जल शक्ति विभाग में मल्टीपरपज वर्कर की रिजल्ट लिस्ट में भारी गोलमाल सामने आया है, रिजल्ट निकलने के बाद क्षेत्रवासियों ने सम्बन्धित विभाग की जहां कड़ी आलोचना की है तो वहीं सम्बन्धित अधिकारियों पर सवालिया निशान लग रहे है |जानकारी के अनुसार जल शक्ति विभाग ने मल्टीपरपज वर्कर की तीन दिन पहले रिजल्ट लिस्ट जारी करने के बाद, अब दूसरी लिस्ट जारी की है, जिसमे 6 अभियर्थियो को बाहर किया गया है, तथा उनके स्थान पर नए अभियथियों को रिजल्ट लिस्ट में शामिल किया गया है, विभाग व अधिकारियों की दलबदलू कार्यप्रणाली के खिलाफ क्षेत्रवासियों में भारी रोष व्याप्त है।
बता दे कि बीते माहं 24 से 26 तारिक के बीच मल्टीपरपज वर्कर का स्क्रीनिंग टेस्ट संपन हुआ, जिसके बाद विभाग ने 28 अभियर्थियों की चयनित सूची जारी की है, तीन दिनों बाद विभाग ने यह सूची नोटिस बोर्ड पर लगा दी है , लिस्ट में पुराने 6 चयनित अभियर्थी के नाम बदलकर नए नाम अंकित किए गए है, इसे विभाग की बड़ी चूक कहें या राजनेतिक फेर, लेकिन वर्तमान में जल शक्ति विभाग की खूब खिलियां उड़ाई जा रही है।
विभागीय जानकारी माने तो मल्टीपरपज वर्कर की चयन कमेटी ने बड़ी चूक की है, शीर्ष अधिकारियों ने जिन अभियर्थीयों को अनुपस्थित लिखा था, चयन कमेटी ने उन्हीं अभ्यर्थियों के नाम फाइनल रिजल्ट लिस्ट में डाल दिए, और अधिकारियों के हस्ताक्षर करवाकर रिजल्ट लिस्ट को वायरल कर दिया, लेकिन जब सही से चयनित सूची को देखा गया तो उसमे 6 अनुपस्थित लोगो के नाम दर्ज थे, जिन्हे सही करके दूसरी रिजल्ट लिस्ट जारी की गई है, अलबत्ता विभाग ने गलती करने वाले पर कार्यवाही करने की जगह गलती छुपाने की कोशिश की है, तथा दोबारा रिजल्ट लिस्ट जारी करके खुद को पाक साफ दिखाने की कोशिशे की है।
क्षेत्रीय लोगों की माने तो जल शक्ति विभाग मंडल शिलाई ने पहले राजनेतिक दबाव के कारण सत्ताधारी नेताओं के चहेतों को रिजल्ट लिस्ट में शामिल किया था, लेकिन जब लोगों ने बारीकी से मामले को खंगालने की कोशिश की तो अधिकारियों ने अपनी नौकरियां बचाने के लिए उचित अभियर्थीयों का चयन करके दूसरी रिजल्ट लिस्ट आनन फानन में तैयार करके जारी की है, अधिकारियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण सारी गड़बड़ियां हुई है इसलिए मामले में उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए, प्रदेश सरकार से मांग की जाती है, कि मामले से सम्बन्धित कर्मचारियों व अधिकारियों पर विभागीय जांच बिठाई जाए, तथा दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अम्ल में लाई जाएं।
जल शक्ति विभाग मंडल अधिशासी अभियंता राजेश कुमार बताते है, कि चयन कमेटी द्वारा ग्रेडिंग सिस्टम में गड़बड़ी हुई है, इसलिए स्क्रिनिग टेस्ट में अनुपस्थित अभियर्थीयों के नाम गलती से फाइनल रिजल्ट लिस्ट में दर्ज हुए है, अब सारी गलतियां दुरुस्त की गई है, तथा सही अभियर्थी का चयन करके बहुदेशीय श्रमिक कर्मचारियों का फाइनल रिजल्ट नोटिस बोर्ड पर लगाया गया है, मामले में सम्बन्धित कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।
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