News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)
जिला सिरमौर के लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह के अंतर्गत नाबार्ड से निर्माणाधीन जंदरायण-सनग सड़क को रोकने के लिए बनाए गए कच्चे मकान अथवा अवैध ढारे को कल तक हटाने के लिए खुद अवैध कब्जा धारक तैयार हो चुके है। सोमवार को अधिशासी अभियन्ता संगड़ाह के कार्यालय में पेश हुए कब्जा धारक द्वारा सड़क से लाभान्वित होने वाले ग्रामीणों की मौजूदगी मे स्वयं कब्जा हटाने को रजामंदी दी गई। इससे पूर्व शुक्रवार पुलिस बल के साथ जेसीबी मशीन लेकर कब्जा हटाने गई विभाग की टीम बिना अतिक्रमण हटाए उल्टे पांव लौट आई थी।
सोमवार को अधिशासी अभियन्ता के कार्यालय में कब्जाधारक के अलावा इस सड़क से लाभान्वित होने वाले सुरेश, चतर सिंह, भिंदर सिंह, जगत, गुलाब सिंह, प्रथवी सिंह, नेत्र सिंह व गुलाब सिंह आदि ग्रामीण व संबधित कर्मचारी भी मौजूद रहे। इस बारे मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत कर चुके ग्रामीणों ने उक्त कब्जा न हटने तथा वर्ष 2014 से लंबित 3 करोड़ 28 लाख की लागत इस सड़क के जल्द तैयार न होने की सूरत में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाने की भी बात कही। गौरतलब है कि, जंद्रायण, मानल-दोची, अंधेरी, सनद, घाटों व कोलवा आदि गांव को सड़क सुविधा उपलब्ध करवाने वाले करीब 7 किलोमीटर लंम्बे इस मार्ग का निर्माण कार्य ठेकेदार सिरमौर सिंह द्वारा 2016 में तय अवधि समाप्त होने के बावजूद पूरा नही किया गया, जबकि विभाग द्वारा एक करोड़ से ज्यादा का भुक्तान किया जा चुका है।
गौरतलब है कि, लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह में पिछले एक दशक से सड़क अथवा सरकारी भूमी से कोई भी अवैध कब्जा नहीं हटा है। इस बीच लोक निर्माण विभाग द्वारा हालांकि, अवैध कब्जे साबित होने पर नवंबर, 2017 मे 37 लोगों के बिजली व पानी के कनेक्शन काटने के लिए संबंधित विभाग को लिखा गया था, मगर इनमे से केवल तीन पेयजल कनेक्शन अब तक कटे हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता संगड़ाह रतन शर्मा ने बताया कि, आज अतिक्रमणकारी तथा सड़क से लाभान्वित ग्रामीणों को उन्होंने अपने कार्यालय में बुलाया था। उन्होने कहा कि, जंदरायण-सनग मार्ग पर अतिक्रमण करने वाले शख्स ने खुद कब्जा हटाने को कहा है। क्षेत्र मे अन्य अवैध कब्जों को लेकर भी नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।।
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