News portals-सबकी खबर (डेस्क नहान )
उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने लोगों से आग्रह किया है कि वे पशुओं के प्रति संवेदनशीलता रखें और उन्हें सड़कों पर ना छोड़ें। उन्होंने लोगों से नजदीकी गौशाला में संपर्क कर मवेशियों को वहां भेजने का भी आग्रह किया।
उपायुक्त ने कहा कि पशुधन उम्र भर अपने उत्पादों से हमारा भरण पोषण करतें हैं ऐसे में वह सड़कों पर निराश्रित छोड़ने के हकदार नहीं हैं तथा मानवता के आधार पर भी यह कार्य अति निंदनीय है।
उन्होंने बताया कि जिला सिरमौर में बेसहारा गौवंश के रखरखाव हेतु 13 गौशाला संचालित की जा रही हैं, जिनमें 1265 मवेशियों को रखने की क्षमता है। इन गोशालाओं में 1037 मवेशी रखे गए है जबकि 188 मवेशियों को रखने की क्षमता शेष है।
उन्होंने बताया कि 100 मवेशियों की क्षमता वाले मां बाला सुंदरी गौशाला में 103 मवेशी रखे गए हैं, मां रेणुका खादल ददाहु में 50 मवेशियों की क्षमता है जिसमें 32 मवेशी रखे गए हैं, कोटला बड़ोग गौ अभ्यारण में 200 की क्षमता पर 211, लुटरु महादेव में 80 मवेशियों की क्षमता पर 35, कोटला बड़ोग एमएलआईएस में 80 की क्षमता है और अभी वहां 57 मवेशी हैं। इसी प्रकार, डा0वाई0एस0 आरण्य गोसदन में 160 की क्षमता है और अभी वहां 159 मवेशी हैं, श्री महादेव गोसेवा माजरा में 60 की क्षमता है और अभी वहां 44 मवेशी हैं, गोकुल धाम गौशाला टोकियो में 70 की क्षमता है और अभी वहां 61 मवेशी हैं तथा दुधलेश्वर गौशाला बेहराल में 100 की क्षमता पर 101 मवेशी हैं, एम सी पांवटा केशव गौशाला में 40 की क्षमता पर 50 मवेशी हैं, पांवटा गौसदन गोन्दपुर में 60 की क्षमता है और अभी वहां 49 मवेशी हैं व सत्यानन्द गोधाम बेहराल में 100 की क्षमता है और अभी वहां 39 मवेशियों को रखा गया है।
उपायुक्त ने बताया कि हिमाचल प्रदेश गौसेवा आयोग द्वारा जिला सिरमौर की गौशालाओं में पल रहे बेसहारा गोवंश के रख-रखाव के लिए लगभग 62 लाख रुपए कि राशि अगस्त 2020 से अगस्त 2021 तक अनुदान के रूप में दी गई है।
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