News portals-सबकी खबर (शिलाई)
गिरिपार क्षेत्र में दो महिलाओं ने एक महिला पर तेजधार हथियार से हमला कर उसे गंभीर घायल कर दिया। गंभीर महिला को मरा समझ दोनों आरोपी महिलाएं वहां से फरार हो गईं। जानकारी के मुताबिक मामला गिरिपार क्षेत्र के गांव जामना का बताया जा रहा है, जहां पर एक महिला की घास को लेकर कहासुनी हो गई। इस दौरान दो महिलाओं ने तेजधार हथियार से उक्त महिला जो कि दलित परिवार से संबंध रखती है, हमला कर दिया। हमले में उक्त महिला गंभीर रूप से घायल हो गई और दोनों आरोपी महिलाएं घायल महिला को खून से लथपथ बेहोश पड़ी छोड़ मौके से फरार हो गईं। काफी समय बाद परिवार के लोगों को पता चला और तुरंत इस गंभीर घायल महिला को लेकर नाहन मेडिकल कालेज इलाज करवाया गया। बता दें कि आरोपी महिलाएं इस महिला को मरा समझकर वहां से निकल गईं थीं।
मामला संज्ञान में आते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिरमौर बबीता राणा स्वयं मेडिकल कालेज नाहन पहुंची और उन्होंने गंभीर रूप से घायल महिला और परिवार को सुरक्षा प्रदान की। उन्होंने महिला और परिवार से बातचीत कर इस पूरे मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए एससी एक्ट और दूसरी अन्य धाराओं के साथ मामला दर्ज किया है। फिलहाल आरोपी महिलाओं को पुलिस ने डिटेन कर लिया है और आगे की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उधर, मामले की पुष्टि करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिरमौर बबीता राणा ने बताया कि घायल महिला को नाहन मेडिकल कालेज नाहन लाया गया है, जहां पर हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। एसटी एक्ट सहित अन्य कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस निष्पक्ष होकर जांच कर रही है।
एसपी सिरमौर से मांगी कड़ी कार्रवाई
नाहन। शिलाई विधानसभा क्षेत्र के गांव जामना की महिला पर तेजधार हथियार से हमला करने की कड़ी निंदा करते हुए दलित शोषण मुक्ति मंच ने एसपी सिरमौर से आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। दलित शोषण मुक्ति मंच के संयोजक लायक राम, सह-संयोजक देवेंद्र, सह-संयोजक आशीष कुमार ने कहा कि शिलाई के कमरऊ के गांव जामना की महिला अनुसूचित जाति से संबंध रखती है। दलित शोषण मुक्ति मंच के पदाधिकारियों ने एसपी सिरमौर को बताया है कि एससी वर्ग की महिला से दो महिलाओं व एक व्यक्ति ने मिलकर न केवल बुरी तरह से मारपीट की है, बल्कि तेजधार हथिहार से हमला भी किया है। मंच ने एसपी सिरमौर को बताया है कि जिला में लगातार दलितों पर इस तरह के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं, शिलाई इसका प्रमुख केंद्र बना हुआ है। यहां पर दलितों पर मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मंच ने कहा है कि पुलिस प्रशासन ऐसे मामलों पर संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई अमल में लाए।
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