News portals-सबकी खबर (नाहन)
नाहन एचआरटीसी डिपो पीस मील की स्ट्राइक मंगलवार को बावजूद मुख्यमंत्री के आश्वासन के नौवें दिन में प्रवेश कर गई है। वहीं, अब पीस मील के समर्थन में एचआरटीसी की तकनीकी विंग यूनियन भी साथ आ गई है। टैक्रीकल यूनियन एचआरटीसी नाहन डिपो के संयोजक सचिव श्याम कुमार ने कहा कि यदि 15 दिसंबर तक पीस मील कर्मियों को अनुबंध में लाने के लिखित आदेश जारी नहीं होते हैं, तो 15 दिसंबर के बाद टैक्रीकल यूनियन भी टूल डाउन स्ट्राईक में उतरेगी। मंगलवार को एचआरटीसी कर्मशाला नाहन में गेट मीटिंग के तहत तकनीकी यूनियन ने पीस मील कर्मियों को खुलकर समर्थन किया। वहीं, निगम प्रशासनिक स्टॉफ ने भी पीस मील कर्मियों का समर्थन किया। निगम टैक्रीकल पदाधिकारियों ने कहा है कि पीसमील कर्मियों की हालत यह हो गई है
पीसमील आधार पर सेवाएं देते हुए 40 से 50 वर्ष आयु के कर्मी हो गए हैं जिनका आगामी भविष्य भी अधर में है। तकनीकी यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा है कि वर्तमान में नाहन कर्मशाला की हालत मुठ्ठी भर स्टॉफ के पतली होती जा रही है। वहीं कर्मशाला में लगातार बस सेवाओं को सुधारने का सामान का अभाव चला हुआ है।जबकि अधिकतर बसें डिपों में जीरो बुक वैल्यू पूरी कर अनफिट होती जा रही है। ऐसे में मुठ्ठी भर तकनीकी स्टॉफ को पीस मील कर्मियों को विभिन्न ट्रेड में सहयोग मिल रहा था जिनकी अब ठोस नीति न बनने से कर्मी टूल डाउन कर स्ट्राइक पर बैठे है।
उधर पीस मील कर्मी एचआरटीसी नाहन इकाई के प्रधान जगदीश ने कहा कि भले ही मुख्यमंत्री ने पीस मील कर्मियों को अनुबंध पर लाने का आश्वासन दिया है, मगर पहले भी अनुबंध पर लाए जाने के आश्वासन कौरे ही साबित होते आए हैं। लिहाजा अब पीस मील कर्मी तभी अपनी स्ट्राइक को समाप्त करेंगे जब उन्हें ठोस अनुबंध नीति के आदेश लिखित में जारी होंगे। बता दें कि अकेले नाहन डिपो में ही 25 पीस मील कर्मी प्रदेश व्यापी टूल डाउन स्ट्राइक के तहत अनुबंध पर लाए जाने के लिए पिछले नौ दिनों से धरना प्रदर्शन और नारेबाजी गेट मीटिंग के तहत कर रहे हैं। जिसके चलते अब कर्मशाला का कामकाज भी प्रभावित होने लगा है।
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