News portals-सबकी खबर(संगड़ाह)
उपमंडल संगड़ाह के गांव बयोंग में माता कुचियाट के जागरण को आयोजित किया गया। इस अवसर पर भजन अथवा सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी हुआ। देवी के आगमन के पश्चात गांव के युवक युवतियां तथा मेहमान हजारों की संख्या में एक मंच पर एकत्रित हो कर माला नृत्य किया, जिसमें सिरमौरी संस्कृति की झलक देखने को मिली। शिलाई क्षेत्र के मशहूर गायक राजेंद्र शर्मा ने शिरगुल वंदना तेरी बे आंऊंगा चूड़ी देवा शिरगुला से कार्यक्रम का आगाज किया। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक पहाड़ी फिल्मी गीत गाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। जैसे ही उन्होंने सिर भारी महफिल एल्बम के मशहूर गीत मेरी चिड़िये शिखा रूषणा शुरू किया तो दर्शक दीर्घा में बैठे हैं युवक युक्तियां नाचने पर मजबूर हो गए।
इसके बाद उन्होंने दुसरो आजा पाउणा मेरे गांव के मांडे शाकरें तेरे नाओके व भैडा तेरीयां हो आदि दर्जनों गीत गाकर दर्शकों को देर रात तक बांधे रखा। इसके बाद बलबीर शर्मा ने नई पुरानी बातो सुनानी महिमा महासू देवो री गानी के बाद जय हिंद प्यारा यह देश हमारा, राम चरण चित लाना, बड़ी देर भई नंदलाला, नहीं आईंदा तेरे गांव के शांगरी नहीं आईंदा गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को खूब नचाया। इसके बाद संदीप शुणकुटा ने काठो री ढुलकी तांबे री मेखो एबे थी छुटी तिरछु देखो पहाडी गीत पर खूब तालियां बटोरी, तेरे दर पर जो आना मेरा काम है, मेरी अंबे मां दुर्गे जवाला गीत प्रस्तुत किए। मध्य रात्रि के उपरांत पहाड़ी गायक बीरसिंह ने उनकी एल्बम पुरानी यादें के गीत राम कहानी सुनो ये राम कहानी, पाणी रे बाटो दी चुड़ी बे चुटी ना जाणा नारदा शाऊरे आदि गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को देर रात्रि तक नचाया। इस दौरान बाबूराम वीरेंदर राजेश आदी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी।
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