Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 24, 2024

आनंदपुर साहिब रोप वे का डिजाइन दोबारा तैयार होगा।

News portals-सबकी खबर (शिमला)

नयनादेवी- हिमाचाल और पंजाब की सीमा आनंदपुर साहिब रोप वे का डिजाइन दोबारा तैयार होगा। टेंडर प्रक्रिया सिरे नहीं चढ़ने पर पंजाब और हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों में इस पर सहमति बनी है। रोप वे के कंसलटेंट को भी बदलने की तैयारी शुरू हो गई है। पंजाब और हिमाचल पर्यटन विभाग के अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस में इस बात  पर फैसला लिया गया है।करीब 250 करोड़ की लागत से नयनादेवी और आनंदपुर साहिब के बीच 3850 मीटर लंबा रोप वे बनाया जाना है। अगस्त 2018 में पंजाब और हिमाचल सरकार के बीच एमओयू हुआ था। निर्माण कार्य शुरू होने में देरी से रोप वे की लागत प्रस्तावित 200 करोड़ से बढ़कर करीब 250 करोड़ तक पहुंच गई है। इसके निर्माण के लिए दोनों राज्यों ने 50-50 लाख का पूंजीगत निवेश करने के लिए राशि जमा करवाई है।वर्ष 2019 में पूंजीगत निवेश धनराशि जमा करवाने की प्रक्रिया पूरी हुई थी।

रोप वे निर्माण के लिए कई बार प्री बिड बैठकें हो चुकी हैं। इसमें दस से बारह निवेशक शामिल होते रहे हैं, लेकिन टेंडर प्रक्रिया में निवेशक दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इस कारण रोप वे निर्माण शुरू नहीं हो पा रहा है। चार दशक की लीज आधारित रोप वे परियोजना का निर्माण तीन वर्ष के भीतर पूरा करना प्रस्तावित है।रोप वे प्रोजेक्ट रिपोर्ट के तहत पहला टर्मिनल पंजाब में श्री आनंदपुर साहिब के रामपुर स्थान पर प्रस्तावित है। दूसरा टर्मिनल हिमाचल प्रदेश की सीमा में टोबा स्थल पर और तीसरा टर्मिनल श्री नयना देवी शक्तिपीठ स्थल के निचले हिस्से में बनना है। प्रमुख सचिव पर्यटन सुभाशीष पांडा ने बताया कि इस मामले में आरएफपी (रिक्वेस्ट ऑफ प्रोपोजल) को दोबारा देखने का फैसला लिया गया है। पंजाब के अधिकारियों के साथ इस बाबत वीडियो कॉन्फ्रेंस कर चर्चा की गई है।धर्मशाला में 19 जनवरी को होगा टूरिज्म कॉन्क्लेव हिमाचल प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए धर्मशाला में 19 जनवरी को टूरिज्म कॉन्क्लेव का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इसका शुभारंभ करेंगे। टूरिज्म कॉन्क्लेव में प्रदेश भर से होटल कारोबारी, गाइड और फोटोग्राफर बुलाए जाएंगे।

Read Previous

आदी बद्री में बांध निर्माण को हिमाचल की ओर से दी जाएगी जमीन

Read Next

पर्यटन नगरी मनाली और लाहुल घाटी में भारी बर्फबारी शुरू

error: Content is protected !!