News portals-सबकी खबर (शिमला) सुरेश ठाकुर
प्रदेश के प्राक्षिशित परिचालक जो हिमाचल पथ परिवहन मे 2 साल तक अपनी सेवाएं दे चुके है वर्तमान सरकार से अपनी नियुक्ति कि बाहली के लिये नजरें टकटकी लगाकर बैठे है l चार वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार ने अभी तक इनकी नियक्ति नहीं कि है जिसके चलते परिचलको मे सरकार के प्रति गहरा रोष है l
जानकारी के मुताबिक पूर्व मे रही कॉंग्रेस सरकार ने 2015 से 2017 तक प्रदेश कि बिभिन्न HRTC बसों मे कौशल बिकास के तेहत करीब 8000 परिचलको कि नियक्ति कि थी जिन्हें बकायदा प्रशिक्षण भी दिया गया था l लेकिन 2018 मे भाजपा सरकार ने इनकी निक्तियों को निरस्त कर दिया था और सभी 8000 परिचालक तब से बेरोजगार हो गए है l
परिचलको ने अपनी नियुक्ति कि दुबारा से बाहली के लिये 2018 मे अनशन भी किया था जिसके चलते परिवहन मन्त्री ने इन परिचालको को दुबारा से नियक्ति देने का आश्वासन दिया लेकिन चार वर्ष बीत जाने के बाद भी वर्तमान सरकार मे अभी तक भी इनकी नियक्ति नहीं हो पाई है l इस सन्दर्भ मे तथा अपनी नियक्ति कि दुबारा से बाहली के लिये पिछले महीने परिचालको का एक प्रतिनिधि मण्डल मुख्यमंत्री जय राम से भी मिला था जिस पर उन्होंने प्राक्षिशित परिचालको को दुबारा से नियुक्त करने और उनके लिये स्थायी नीति बनाने का भी आश्वासन दिया था ,लेकिन मुख्यमंत्री का ये आश्वासन भी कोरा ही साबित हुआ अपने बजट सत्र मे परिचालको के लिये कोई घोषणा नहीं हो पाई ऐसे मे परिचालको मे सरकार के प्रति गहरा रोष ब्याप्त है ।
परिचालको ने मुख्यमंत्री से मांग कि है कि उनकी जल्द से जल्द बाहली कि घोषणा कि जाये ताकि उनको दुबारा से रोजगार मिल सके l अब देखने वाली बात ये है कि वर्तमान सरकार इनके लिये क्या योजना लाती है या फिर चार साल कि तरह ही कोरे आश्वासन ही देती है l
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