News portals-सबकी खबर (शिमला )
यूक्रेन में फंसे आठ हिमाचली छात्र भारत लौटने को तैयार नहीं हैं। इन छात्रों को यूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्रों से बाहर निकाला गया है और अब यह पोलैंड और रोमानिया पहुंच चुके हैं। इन सभी छात्रों ने भारत लौटने से इनकार कर दिया है। इसकी जानकारी छात्रों ने विदेश मंत्रालय को दी है और विदेश मंत्रालय के माध्यम से यह जानकारी हिमाचल सरकार ने सभी छात्रों के घरों तक पहुंचा दी है। माना जा रहा है कि सभी छात्र अब यूरोप की नागरिकता की उम्मीद लगाए बैठे हैं। यूक्रेन के पड़ोसी देशों ने युद्धग्रस्त क्षेत्रों से निकलने वाले लोगों को अपने यहां शरण दी है और इसी शरण का अब यह हिमाचली छात्र भी फायदा उठाना चाहते हैं। फिलहाल, हिमाचल के सभी छात्र यूक्रेन से सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए हैं। सुमी में हिमाचल के दो छात्र युद्ध ग्रस्त क्षेत्र में बमबारी के बीच फंस गए थे।
इन्हें भी अब पोलैंड पहुंचा दिया है। इस समय हिमाचल के नौ छात्र यूक्रेन से निकल कर रोमानिया और पोलैंड में पहुंच चुके हैं। इन्हें आगामी उड़ानों से भारत लाया जाएगा और यहां से उनके घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की रहेगी। यूक्रेन युद्ध में हिमाचल के 458 छात्र फंसे हुए थे। अब तक इनमें से 441 छात्र हिमाचल पहुंच चुके हैं, जबकि नौ छात्रों के भी जल्द ही पहुंच जाने की बात कही जा रही है। फिलहाल, हिमाचल के किसी भी छात्र को यूक्रेन युद्ध में कोई नुकसान नहीं हुआ है। यूक्रेन से सकुशल निकल आए भारतीय छात्र अब यूरोप से लौटना नहीं चाह रहे हैं। वे पोलैंड समेत अन्य देशों में पंजीकरण के प्रयास में हैं, ताकि उन्हें वहीं की नागरिकता मिल जाए। हालांकि विदेश मंत्रालय लगातार इनके संपर्क में है और इन्हें वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
यू्रकेन में अब कोई हिमाचली नहीं
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल के नौ छात्र जल्द ही वापस लौट आएंगे। अब तक 441 छात्रों को वापस लाया जा चुका है। आठ छात्र भारत लौटने को तैयार नहीं हैं। यह छात्र युद्धग्रस्त क्षेत्र से बाहर निकल आए हैं। यूक्रेन के पड़ोसी राज्यों में इन्होंने शरण ले रखी है। इस बारे में विदेश मंत्रालय से जानकारी साझा की गई है। उन्होंने कहा कि दो छात्र सुमी शहर में फंसे थे। इन्हें भी वहां से बाहर निकाल लिया गया है। इस समय हिमाचल का कोई भी छात्र यूक्रेन में नहीं बचा है। सभी छात्र जल्द ही हिमाचल पहुंच जाएंगे।
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