News portals-सबकी खबर (कुल्लू )
प्रदेश के कुल्लू जिले के शैंशर में बस हादसे के बाद शांत वादियों में चीखें गूंज उठीं। लोग मदद को घरों और खेतों से पहुंच भी गए, लेकिन पहले तो जिला प्रशासन को करीब एक घंटे बाद सूचना दी गई। हादसे के बाद परिवार के सदस्यों को आंखों के सामने तड़पता देख हर किसी का दिल पसीज गया। घायल यात्री मदद मांगते रहे, लेकिन लोग चाहकर भी कुछ नहीं कर पाए। बस को हाथों से उठा पाना संभव नहीं था।
मौके पर सैकड़ों लोगों की तमाम कोशिशें नाकाम रहीं। कुल्लू से राहत टीम आने में दो घंटे लग गए। निजी ऑपरेटर की जेसीबी भी दो घंटे बाद मौके पर पहुंच गई, लेकिन छोटी होने के चलते बस के नीचे दबे घायलों को नहीं निकाल सकी। बस के नीचे से बचाओ, बचाओ की आवाजें आ रही थीं। कुछ न कर पाने से बेबस लोगों की आंखों से आंसू निकल रहे थे। परिजन बिलख-बिलख कर रो रहे थे।
ऐसे में प्रशासन ने बड़ी जेसीबी मंगवाई जो एक घंटे बाद आई। तीन घंटे बाद सुबह 11 बजे बस को सीधा करने और नीचे दबे लोगों को निकालना शुरू किया। करीब एक घंटे बाद 12 बजे रेस्क्यू अभियान खत्म हुआ। बस के नीचे से जैसे ही घायल या शव निकाला जा रहा था परिजनों का विलाप और जोर से शुरू हो रहा था। सैंज के शैंशर में सोमवार को बस हादसे के बाद भयानक मंजर देखने को मिला।
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