News portals-सबकी खबर (शिमला )
सेब कार्टन के दामों पर सरकार ने भले छह फीसदी जीएसटी माफ किया हैं, लेकिन प्रदेश के बागबान इससे नाखुश है। बागबानों की नाराजगी का कारण है कि यह छह फीसदी की छूट एचपीएमसी या हिमफैड के स्टोर से कार्टन खरीदने पर मिलेगी, जबकि ज्यादातर बागबान मार्केट से कार्टन की खरीद करते हैं और ज्यादतर बागबान कार्टन को खरीद चुके हैं। बागबानों का कहना है कि छह फीसदी की माफी नाकाफी है। उनकी मांग है कि सेब कार्टन पर जीएसटी को दो प्रतिशत रखा जाए। हिमाचल के सेब बहुल क्षेत्र कोटखाई में शुक्रवार को बागबान और युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से महंगे कार्टन के विरोध में आक्रोश रैली निकाली। इस दौरान लोगों ने हाथ में पेटी और ट्रे लेकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
कांग्रेस नेताओं और बागबानों ने केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार की पर 5000 करोड़ रुपए के सेब उद्योग को संकट में डालने का आरोप लगाया है। ब्लॉक युवा कांग्रेस जुब्बल नावर कोटखाई के अध्यक्ष कपिल ठाकुर ने कहा कि बीते दो सालों से लगातार सेब की पैकिंग सामग्री में अप्रत्याशित 40 से 50 प्रतिशत की वृद्धि की गई हैं। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार कार्टन में 8 से 10 रुपए और ट्रे के दाम में प्रति बंडल 200 से 300 रुपए बढ़ाए गए है। उन्होंने जयराम सरकार से सेब की पैकेजिंग सामग्री के दाम घटाने की मांग की है। आक्रोश रैली के बाद बागबानों ने एसडीएम कोटखाई के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
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