News portals -सबकी खबर (नैनाटिक्कर)
नैनाटिक्कर क्षेत्र की छोटी-बड़ी सडक़ों की दयनीय स्थिति के कारण उन पर सफर करना जोखिमपूर्ण है ही, परंतु जैसे जैसे बरसात का मौसम अपने चरम पर पहुंचता है वैसे वैसे ही स्थिति ओर भी जोखिमपूर्ण हो जाती है। जी हां हम बात कर रहे हैं कुम्हारहट्टी-नाहन नेशनल हाई-वे की, जिस पर आजकल बरसात के मौसम में गाड़ी चलाना किसी अत्यंत जोखिमपूर्ण कार्य से कम नहीं है। गौर हो कि सोलन-शिमला से हरिद्वार देहरादून जाने वाले लोग कुम्हारहट्टी-नैनाटिक्कर-सराहां-नाहन नेशनल हाई-वे से होकर ही जाते हैं तथा सबसे निकटतक मार्ग होने के चलते अच्छे खासे वाहनों का आवागमन इस मार्ग पर रहता है।
परंतु इस बरसात के मौसम में इस मार्ग पर लगातार जगह-जगह मिट्टी पत्थर गिरने तथा लैंड स्लाइडिंग होने के कारण हादसों का खतरा मंडराता रहता है। गौर हो कि शुक्रवार को पहले सात घंटे यह नेशनल हाई-वे बन रहा है जिसे विभाग द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद खोला गया, परंतु उसके बाद रात को पुन: लैंड स्लाइडिंग होने की वजह से 12 घंटे तक इस सडक़ पर वाहनों के पहिए थमे रहे।
एनएच विभाग के कनिष्ठ अभियंता दीवान गुप्ता ने बताया कि एनएच विभाग द्वारा इस क्षेत्र में जगह-जगह चेतावनी बोर्ड लगाए जा रहे हैं। साथ ही विभाग के कर्मचारी लगातार अपनी सेवाएं वाहनों को सचेत करने में सडक़ पर दे रहे हैं। उन्होंने वाहन चालकों से अपील की है कि इस क्षेत्र में वाहनों की गति सीमित एवं नियंत्रण पूर्ण रखें ताकि हादसों से बचा जा सके। (एचडीएम)
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