News portals-सबकी खबर ( ऊना )
हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में कार दुर्घटना में एकसाथ पांच युवाओं की मौत ने प्रदेश की जनता को झकझोर कर रख दिया है। आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में कारों की बढ़ती संख्या के साथ कार दुर्घटनाओं का ग्राफ भी चिंताजनक तौर से बढ़ रहा है। प्रदेश में होने वाली सडक़ दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों में सबसे अधिक संख्या भी कार, जीप और एसयूवी सवारों या कारों से टकराने वालों की है।
साल 2020 में सडक़ दुर्घटनाओं में मारे जाने वाले 866 लोगों में से लगभग 64 फीसदी की मौत कार व दोपहिया वाहन हादसे में होना निश्चित तौर पर एक बड़ा सवाल बनकर उभरा है। वहीं, साल 2021 में सडक़ हादसों में जान गंवाने वाले कुल 1048 लोगों में से 536 की मौत कार या जीप दुर्घटना में हुई। राष्ट्रीय स्तर पर जारी सडक़ हादसों के आंकड़े बताते हैं कि 2020 में प्रदेश में कार एक्सीडेंट में मरने वालों की तादाद 323 थी जो कि कुल संख्या का करीब 37 फीसदी है, तो 2021 में यह आंकड़ा 51.2 प्रतिशत रहा। सडक़ दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाली सूची में सरपट भागते दोपहिया वाहन चालक दूसरे नंबर पर हैं।
स्कूटर व बाइक की दुर्घटनाओं ने कुल 231 यानी 27 प्रतिशत लोगों ने जान गंवाई तो 2021 में 261 यानी करीब 25 प्रतिशत टू व्हीलर सवारों ने जान गंवाई। वर्ष 2020 में ट्रक दुर्घटनाओं में 126 और 2021 में 123, बस हादसों ने 2020 में 21 और 2021 में 23 लोगों को जान गंवानी पड़ी। कार दुर्घटनाओं के अधिकतर मामलों में जहां वाहन से नियंत्रण खोना कार सवारों को महंगा पड़ रहा है। उधर, दोपहिया वाहन चालकों की तेज रफ्तार व हेल्मेट न पहनना मौत का कारण बन रहा है।
2021 में लापरवाही से वाहन चलाने की दर्ज 1418 घटनाओं में 626 लोगों की मौत हुई और 2009 घायल हुए। बीते वर्ष वाहन में तकनीकी कारणों से हुए 27 सडक़ हादसों में नौ लोगों की मौत हुई और 48 घायल हुए। वहीं, 726 मामलों में वाहनों की तेज रफ्तार से दुर्घटना हुई जिसमें 296 लोगों की जान चली गई। 1054 घायल हुए। 2021 में देश भर में कार, जीप व एसयूवी के पेश आए हादसों में 23531 लोगों की मौत हुई 67159 घायल हुए।
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