News portals-सबकी खबर (शिमला)
प्रदेश के जिला शिमला में पहली बार नवंबर में तैयार होने वाला न्यूजीलैंड का सेब उगाया गया है।बढ़िया स्वाद और लंबी शेल्फ लाइफ इस सेब की खासियत है। प्रदेश में सेब सीजन खत्म हो चुका है, लेकिन शिमला जिले के कोटखाई के बागवान ने अपने बगीचे में उगाए गए न्यूजीलैंड के सेब की फसल का 16 नवंबर को तुड़ान किया है। सेब सीजन में अर्ली वैरायटी के बाद अब लेट वैरायटी को भी रिकॉर्ड रेट मिलने की उम्मीद है। सीजन शुरू होते ही बागवानों को सेब की अर्ली वैरायटी के बढ़िया रेट मिले थे, लेकिन सीजन के रफ्तार पकड़ने के बाद दाम गिर गए।अब जबकि सेब सीजन सिमट चुका है, लेट वैरायटी इस सेब को ज्यादा रेट मिलने की उम्मीद है| कोटखाई के बखोल निवासी बागवान संजीव चौहान ने तीन साल पहले अपने बगीचे में न्यूजीलैंड सेब की लेडीइन रेड और कैंडी फ्यूजी किस्में लगाई थीं। 6,800 फीट की ऊंचाई पर स्थित बगीचे में 15 अगस्त तक सेब तुड़ान पूरा हो जाता है, लेकिन इसी बगीचे में न्यूजीलैंड का सेब 15 नवंबर को तैयार हुआ है।इस सेब के पौधे में अभी तक 90 फीसदी पत्ते मौजूद हैं। संजीव ने उम्मीद जताई है कि इस सेब के 200 से 250 रुपये प्रति किलो तक दाम जरूर मिलेंगे। 5,000 में बिक रही 18 किलो की पेटी दिल्ली की आजादपुर मंडी में आयात किए जा रहे न्यूजीलैंड के सेब की 18 किलो की पेटी इन दिनों 5,000 रुपये में बिक रही है। भारत में न्यूजीलैंड के अलावा चिली, तुर्की, इटली, ब्राजील और अमेरिका से सेब आयात होता है।
Recent Comments