News portals-सबकी खबर (मंडी)
हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में सर्दियों के मौसम में बाहरी राज्यों के पर्यटक सुहावने मौसम का लुत्फ उठाने के लिए पहुंच चुके है। साइबेरिया, चीन, तिब्बत और यूरोपीय देशों से विदेशी परिंदे इस मौसम में मंडी जिले में ब्यास के तटों के अलावा बीबीएमबी, रिवालसर, सरकीधार स्थित कुंतभ्यो झील तथा नेरचौक की नलसर झीलों में सैर के लिए पहुंच रहे हैं। झीलों में परिंदों की अठखेलियां विदेशी मेहमानों का आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं,साथ ही सैलानियों के अलावा स्थानीय लोगों के लिए भी इन परिंदों का आगमन आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।परिंदों की खूबसूरती झीलों की सुंदरता को चार चांद लगा रही है। दूर दराज के क्षेत्रो से आए इन परिंदों को स्थानीय लोग सर्दियों का मेहमान पुकारते हैं। हजारों किलोमीटर दूर से उड़ान भरने वाले इन पक्षियों को जिला मंडी की झीलें सुहावनी लगती हैं। यही कारण है कि जिले की हर झील में आजकल इन पक्षियों को अठखेलियां करते हुए देखा जा सकता है। ये परिंदे मार्च-अप्रैल तक अपने स्थायी ठिकानों के लिए रवाना होंगे| प्रकृति प्रेमियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण, इनमें से अधिकतर साइबेरिया, चीन, तिब्बत और यूरोपीय देशों से यहां पहुंचे है |वन विभाग ने कुछ पक्षियों की पहचान रूडी शेल्डक, साइबेरियन स्टोनचैट, कॉमन सैंडपाइपर, टफ्टेड डक, सिट्रीन वैगटेल, लिटिल कॉर्मोरेंट, ग्रेलाग गूज, व्हिस्कर्ड टर्न, ग्रेट कॉर्मोरेंट, रेड-वॉटल्ड लैपविंग, कॉमन शेल्डक, वुड सैंडपाइपर, ओरिएंटल डार्टर के रूप में की है। विदेशी पक्षी हर साल पहुंचते हैं। पक्षियों को शिकारियों से बचाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों ने अपराधियों पर कड़ी नजर रखने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला भी लिया है। अवैध शिकार को रोकने की जांच में स्थानीय निवासियों का सहयोग अपेक्षित है। यदि लोग इस तरह की अवैध गतिविधि में किसी को शामिल पाते हैं तो वह आसपास के वन अधिकारियों को सूचित करें।वासु डोगर, डीएएफओ मंडी
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