News portals-सबकी खबर (शिमला ) हिमाचल प्रदेश के दाड़लाघाट में ट्रक ऑपरेटरों और अडानी के था चल रहे सीमेंट ढुलाई भाड़ा विवाद की गुत्थी शुक्रवार को भी नहीं सुलझी। दोनों ट्रक यूनियनों के पदाधिकारियों को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वार्ता के लिए बुलाया था। यूनियन के पदाधिकारियों ने चार घंटे तक सीएम का इंतजार किया, लेकिन सीएम ने उनसे मात्र पांच मिनट वार्ता की, जिसमें कोई हल नहीं निकल पाया। इससे पहले बुधवार को भी दो दौर की वार्ता में सीएम कोई हल नहीं निकाल पाए थे।बताया जा रहा है कि ट्रक यूनियनों के प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए पहले दोपहरबाद 3:00 बजे आमंत्रित किया था। प्रतिनिधि जब सचिवालय पहुंचे तो उनको 4 से 5 बजे का समय मुख्यमंत्री दफ्तर से मिला और ये देर शाम 7:00 बजे तक इंतजार करते रहे।इस दौरान मंत्री और अधिकारी भी पहुंच चुके थे। मुख्यमंत्री वार्ता स्थल पर सिर्फ 5 मिनट ही उनसे मिले और कंपनी प्रबंधन से बातचीत करने की बात कहकर लौट गए। सीएम अभी तक अदाणी कंपनी से भी वार्ता नहीं कर पाए हैं। सीएम से वार्ता को देखते हुए दोनों यूनियनों ने शुक्रवार का प्रस्तावित चक्का जाम दो दिन को टाल दिया है। हालांकि उनका आंदोलन जारी है और इसे अखिल भारतीय मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस का समर्थन भी मिल गया है। गौर हो कि अदाणी प्रबंधन प्रति किलोमीटर प्रति टन किराया दो अंकों में देने को तैयार नहीं है, जबकि ट्रक ऑपरेटरों ने गत वीरवार को पहले के किराये में कटौती कर 10:20 रुपये मालभाड़ा तय कर सीएम को बता दिया है।
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