News portals-सबकी खबर (शिलाई ) प्रदेश उद्योग, संसदीय मामले व आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान, मंत्री बनने के बाद पहली बार शिलाई विधानसभा के रोनहाट कस्बे में 6 फरवरी को जनसम्याएं सुनने के लिए पहुंच रहे है। ऐसे में एरिया के लोगों की जिज्ञासाएं अधिक हो गई है। लोगों को उमींदे है कि हर्षवर्धन चौहान ईमानदार और साफ नेतृत्व के व्यक्तित्व है। इसलिए भ्रष्टाचार, नशा तस्कर, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल किल्लत सहित राष्ट्रीय राजमार्ग 707 से संबंधित समस्याओं को प्राथमिकता से सुनेगे और सुलझाएंगे। सूत्रों की माने तो शिलाई विधासभा हिमाचल का पिछड़ा क्षेत्र माना जाता है और रोनहांट कस्बे की बात की जाए तो यहां, विभिन्न कार्यालयों में दर्जनों पद खाली पड़ें है। कई कार्यालय ऐसे है जिनमे स्टाप न होने के कारण भवन जर्जर हो गए है। रोनहाट डिग्री कालेज भवन निर्माण तो पिछले 6 वर्षों से नेताओं के लिए केवल बोट बटोरने का स्थान बनकर रह गया है। दो शिक्षकों के सहारे डिग्री कालेज चल रहा है। उसमे भी अधिकांश समय शिक्षकों का डिपोटेशन ही नजर आता है।स्वास्थ्य के नाम पर स्वास्थ्य विभाग ने मात्र रेफर सेंटर जनरेट किया हुआ है। शिक्षा और पेयजल तो रामभरोसे चल रहा है। रोनहाट के अंदर लोक निर्माण विभाग उपमंडल जरूर है लेकिन लिंकमार्गों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। आए दिन शिलाई विधानसभा के संकीर्ण और संकरे मार्गो पर दुर्घनाएं नजर आती है। यहां किसी का सुहाग उजड़ रहा है तो किसी का बेटा, कई जगहों पर तो सड़क दुर्घटनाओं में परिवार के वंश ही खत्म हो गए है।पहले ही पहाड़ी अर्चना वाली शिलाई विधानसभा में पेयजल सोर्स की भारी किल्लत रहती है। और राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर कार्य चलने के बाद पेयजल समस्या विकराल रूप लेकर उभरी है। पावटा साहिब से पेडीजपुल तक सड़क निर्माण कार्य कर रहे राजमार्ग प्राधिकरण ने सड़क के मलबे को विभिन्न नालों, नदियों में डालकर सभी पेयजल सोर्स खत्म कर दिए है। जिनमे अभी कुछ सांसे बाकी है उन नदी, नालों में दिनरात मलबा डंप किया जा रहा है। जहां पुल बन रहे है। उन जगहों पर मलबे के ढेर पुल की सेंट्रिग का कार्य कर रहे है। पिछली सरकार में इस तरह की असंख्य शिकायते गई लेकिन कार्यवाही के नाम पर केवल खोखले दावे नजर आए, वैसे तो शिलाई विधान सभा के अंदर नाम मात्र अधिकारियों, कर्मचारियों के पद भरे हुए है। लेकिन जो पद भरे है उन्होंने भी कुर्सी तोड़ने का कार्य किया है। और जनसमयाएं अधिक विकराल होती गई है।राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर भूमि अधिग्रहण होने के बाद वर्तमान समय तक 60 प्रतिशत से अधिक लोगों को जमीनों का मुआवजा नहीं मिला है। स्थानीय लोग महीनो से कार्यालयों के चक्कर लगाकर थक गए है। बावजूद उसके लोगों की उम्मीदों पर कुएं में मेडक वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। प्रदेश में नई सरकार और स्थानीय विधानसभा से उद्योग मंत्री होने के बाद लोगों को न्याय की आस जगी है। लोगों को उमींदे है कि शिलाई का विकास सही हाथों में है। इसलिए लोग जहां अपनी अपनी जन समस्याएं 6 फरवरी को उद्योगमंत्री के सामने रखने वाले है।
अलबत्ता उद्योगमंत्री हर्षवर्धन चौहान का जनसमस्याएं सुनने के लिए रॉनहाट का यह दौरा जितना विशेष है। उतना ही महत्वपूर्ण भी बताया जा रहा है।
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