News portals-सबकी खबर (शिमला) प्रदेश में प्राइमरी के बाद अब मिडल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को बंद करने को लेकर प्रदेश सरकार जल्द अधिसूचना जारी करेगी। कल 272 सरकारी स्कूल डिनोटिफाई हो रहे हैं। बजट चर्चा के जवाब में यह आंकड़ा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में रखा है। इसमें सरकार ने ऐसे संस्थान जो पूर्व भाजपा सरकार में पिछले 6 माह में खोले गए थे, उनमें छात्रों की एनरोलमेंट का डाटा रखा गया है। जल्द ही सरकार इन्हें डिनोटिफाई कर बंद कर देगी।इसमें मिडिल स्कूलों की बात की जाए, तो पूर्व भाजपा सरकार में विभिन्न जिलों में 85 मिडिल स्कूल खोले गए थे जिसमें से केवल 17 स्कूल ही ऐसे थे, जिनमें छात्रों की संख्या 15 से ज्यादा थी, बाकी स्कूलों में यह आंकड़ा 15 से कम है। ऐसे में सरकार अब जल्द ही 68 मिडिल स्कूलों को बंद कर देगी। इसके साथ ही 131 हाई स्कूल भी पूर्व भाजपा सरकार ने पिछले 6 माह में खोले जिसमें से 131 स्कूलों में छात्रों की संख्या 20 से कम थी। इनमें केवल 17 स्कूलों को ही नोटिफाई किया गया है, जबकि 113 स्कूलों को सरकार डिनोटिफाई करेगी।इसके साथ ही सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में भी 25 से कम छात्रों की संख्या वाले केवल 8 स्कूल ही हैं। ऐसे में सरकार 90 स्कूलों को डिनोटिफाई करेगी। प्रदेश सरकार का कहना है कि इन स्कूलों को भाजपा सरकार ने राजनीतिक मंशा के चलते खोला जहां पर न तो स्टाफ है और ही छात्रों की प्र्याप्त संख्या है। प्रदेश सरकार का मकसद शिक्षा में गुणवता लाना है। हालांकि विपक्ष सरकार के इस निर्णय का जमकर विरोध कर रहा है।बंद हो चुके हैं 285 प्राइमरी स्कूल
इससे पहले सरकार 285 जीरो एडमिशन वाले स्कूलों को बंद कर चुकी है। इसमें 17 प्राइमरी स्कूलों को डिनोटिफाई किया जा चुका है। इसके साथ ही 19 कॉलेज भी बंद किए गए हैं। 31 मार्च को इन बच्चों का रिजल्ट आएगा। इसीलिए पहली अप्रैल से उन्हें दूसरे स्कूलों में भेजकर ये स्कूल बंद कर दिए जाएंगे।
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