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आमतौर मई माह में जहां लोग प्रचंड गर्मी से परेशान रहते हैं, वहीं इस साल समूचे हिमाचल में बेमौसमी ठंड, बारिश व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में Snowfall का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। बेमौसम Cold wave ने इस मई अथवा बैशाख माह मे 36 साल के Record break किए और वर्ष 1987 के बाद Temperature सामान्य से इतना कम कम रहा। प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में जहां अब तक लोग गर्म कपड़े नहीं छोड़ पाए, वहीं गत वर्षों की तरह पेयजल संकट का सामना भी नहीं करना पड़ा है। किसान बागवानों को भी इस बार सूखे की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा, हालांकि ओलावृष्टि से कईं इलाकों में फसलों को नुक्सान जरूर पंहुचा है। मौसम विज्ञान केंद्र के Scientist संदीप शर्मा ने बताया कि, बीते 24 घंटों में जहां जिला शिमला, किन्नौर व चंबा आदि के कुछ एक स्थानों में हल्की बारिश हुई, वहीं अगले 2 दिन मौसम साफ रहने के बाद 12 मई देर रात से 14 तक हिमाचल प्रदेश में 1 Western Disturbence की सक्रियता से उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश व जिला किन्नौर तथा लाहौल स्पीति के कुछ भागों में बर्फबारी होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि, 12 मई तक तापमान में 3 से 5 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है। प्रदेश के केलांग और धर्मशाला में न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड टूटा है। केलांग में 9 मई को न्यूनतम तापमान माइनस 2.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है और इससे पहले वर्ष 2019 में -1.6° दर्ज किया गया था। वहीं धर्मशाला में 1 व 8 मई को 8.4° दर्ज किया गया है। इससे पहले वर्ष 2009 में 8.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि, मई के पहले सप्ताह में पूरे प्रदेश में 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तापमान कम दर्ज किए गए है। ऐसी स्थिति प्रदेश में वर्ष 1987 में देखने को मिली थी जब Temperature सामान्य से कम चल रहा था। वर्ष 1987 के बाद शिमला, मनाली, कल्पा, धर्मशाला, ऊना और पालमपुर का इस वर्ष सबसे कम + व – में पारा दर्ज हुआ है। 1988 से 2022 के दौरान मई में तापमान अधिक दर्ज हुआ है, लेकिन इस वर्ष पश्चिमी विक्षोभ अथवा WD के अधिक सक्रिय होने से मई में भी कई क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड है।
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