News portals-सबकी खबर (श्री रेणुकाजी ) अंतरराष्ट्रीय मेला रेणुकाजी में इस बार गत वर्षों की तरह पहले 3 दिनों में भीड़ न जुटने से काफी व्यापारी जंहा घाटे की बात कह रहे हैं, वहीं कुछ तो खर्चा पूरा न हो पाने की भी आशंका जता रहे हैं। मेले में इस बार Chief Minister के आने की परम्परा टूटने, HRTC Buses की कमी व डेरा परम्परा समाप्त कर चुके Sirmaur District Administration द्वारा मेलार्थियों की मूलभूत सुविधाओं व परम्पराओं की अनदेखी को लोग भीड़ न जुटने के कारण मान रहे हैं। मेले की जान कही जाने वाली सांस्कृतिक संध्याओं में सस्ते कलाकारों से काम चलाया जाना प्रशासन द्वारा रेणुकाजी स्थिति संगड़ाह व नौहराधार तहसीलों में Local Holiday एकादशी व पूर्णिमा के स्थान वाले दिन की बजाय 24-25 नवंबर को रखा जाना भी स्थानीय लोग व मेला व्यापारियों के अनुसार भीड़ कम रहने का कारण हो सकता है।
Recent Comments