News portals -सबकी खबर (सोलन) एमएमयू सोलन के रजिस्ट्रार अजय सिंघल ने बताया कि देश में कैंसर के बढ़ते बोझ के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए भारत में हर साल कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन को चिह्नित करने के लिए संकाय और छात्रों के लिए अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर के मुख्यातिथि एमएमयू के वाइस-चांसलर डा. एसएस मिन्हास थे। अतिथि वक्ता डा. संतोष मिन्हास, विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर, प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग, एमएम मेडिकल कालेज और हॉस्पिटल सोलन थे। इस खास दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करने के साथ कैंसर से जूझ रहे मरीजों का हौसला बढ़ाना है। कार्यक्रम में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के बारे में जागरूकता और रोकथाम पर चर्चा और बातचीत हुई। डा. संतोष मिन्हास ने सर्वाइकल कैंसर, इसके कारणों, रोकथाम, जांच और उपचार के बारे में जानकारी साझा की। टीकाकरण के महत्व के बारे में भी बहुत विस्तार से बताया। उन्होंने डब्ल्यूएचओ द्वारा दिए गए रोड मैप 2030 रणनीति 90-70-90 के बारे में भी बताया। बीएससी नर्सिंग के ओबीजी समूह के छात्रों ने रंगोली में भाग लिया। कुलपति डा. एसएस मिन्हास ने कहा कि राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति लोगों के डर को कम करना, लोगों को समय पर इस रोग की जांच कराए जाने के लिए प्रेरित करना और कैंसर से बचाव के उपायों के बारे में लोगों को शिक्षा देना है। नैक समन्वयक और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ डा. जय गोपाल वोहरा ने भी कार्सिनोमा सरविक्स का शीघ्र पता लगाने के लिए उपलब्ध नई रणनीतियों और भारत जैसे विकासशील देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी उपलब्धता के महत्व को संबोधित किया। अंत में डा. मोनिका गुप्ता प्रोफेसर और अनुसंधान की डीन ने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य सभी को सर्विक्स कैंसर का शीघ्र पता लगाने और रोकथाम के प्रति संवेदनशील बनाना है।