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November 23, 2024

प्राकृतिक खेती ही एक मात्र विकल्प है, जिससे रोगों से बचा जा सकता है -पद्मश्री सुभाष पालेकर ने किया खुलासा ।

न्यूज़ पोर्टल्स:सबकी खबर

 

प्राकृतिक खेती के प्रदेश परियोजना अधिकारी राकेश कंवर ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विवि पालमपुर में छह दिवसीय शिविर पद्मश्री सुभाष पालेकर के नेतृत्व में होगा।


पद्मश्री सुभाष पालेकर पांच से 10 जून तक छह दिवसीय कार्यशाला में भाग लेंगे। इसमें प्रदेश के छह जिलों लाहौल-स्पीति, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर और चंबा से एक हजार किसान, अधिकारी, कर्मचारी और खेती से जुड़े लोग भाग ले रहे हैं।


छह जिलों से 850 किसान और 150 के करीब अधिकारी, कर्मचारी, आत्मा, कृषि और बागवानी विभाग से भाग ले रहे हैं। प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में पिछले साल 500 किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ने का लक्ष्य रखा था, लेकिन 2663 किसानों ने इस फसल को अपनाया।
रासायनिक और जैविक खेती से लोगों को जहर खिलाया जा रहा कई किसानों ने खुद प्रशिक्षण लिया और खुद इस विधि को अन्य किसानों को भी हस्तांतरित किया। इसके बाद प्राकृतिक खेती पर 28 जून से तीन जुलाई तक सोलन में शिविर होगा।


पद्मश्री सुभाष पालेकर ने कहा कि रासायनिक और जैविक खेती से लोगों को जहर खिलाया जा रहा है, लेकिन अब देव भूमि को प्राकृतिक खेती में बदलना होगा। रासायनिक खादों से लोगों को कैंसर, मधुमेह समेत कई घातक बीमारियों जन्म ले रही हैं।
प्राकृतिक खेती ही एक मात्र विकल्प है, जिससे रोगों से बचा जा सकता है। इस मौके पर कृषि अधिकारी डॉ एनके भधान, डॉ राजेश्वर चंदेल, डॉ अरुण व्यास, डॉ अतुल डोगरा, डॉ डीके अवस्थी, डॉ कुलदीप धीमान आदि मौजूद रहे।

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