न्यूज़ पोर्टल्स:सबकी खबर (पांवटा साहिब)
प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बडे बडे दावे करती है लेकिन यह दावे पांवटा साहिब के राजकीय माध्यमिक स्कूल बेहडेवाला में खोखले साबित हो रहे है जहां पर भवन न होने के कारण बच्चे 45 डिग्री के तापमान में भी खुले आसमान के निचे पढ़ाई करने को मजबूर हो रहे है।
पांवटा साहिब शहर से महज तीन किलोमीटर दुरी पर राजकीय माध्यमिक स्कूल बेहडेवाला को सरकार ने वर्ष 2014 में खोला था जिसके बाद शिक्षा विभाग ने एक कमरा राजकीय प्राथमिक स्कूल का उपलब्ध करवाया था लेकिन पांच साल से एक ही कमरे में स्कूल चल रहा है।
क्या कहते है एसएमसी अध्यक्ष।
राजकीय माध्यमिक पाठशाला बेहडेवाला के एसएमसी अध्यक्ष पुष्पा देवी, शिवानी, रीना देवी किशनकौर, कोशल्या देवी व विजय कुमार आदि ने बताया की सरकार ने 2014 में बेहडेवाला में माध्यमिक स्कूल खोला था तथा स्कूल में 63 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। उन्होंने बताया की शिक्षा विभाग स्कूल के लिये एक कमरा उपलब्ध करवाया है जिसमें स्कूल का आफिस भी इसी में चल रहा है साथ ही कहा की ग्रामीणों ने साढ़े छ बीघा भूमि शिक्षा विभाग के नाम करवाई है लेकिन आज तक भी सरकार ने भवन नहीं बनाया है इसके बारे में कई बार स्कूल से प्रस्ताव विभाग व सरकार को भेजे गये है।
45 डिग्री तापमान में खुले आसमान में चल रही पढ़ाई।
राजकीय माध्यमिक स्कूल बेहडेवाला में 63 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है लेकिन एक ही कमरा होने के कारण पांवटा साहिब में प्रचंड गर्मी होने के बावजूद भी बच्चों को मजबूरन खुले आसमान के निचे पढ़ाई करनी पड़ रही है।जिससे बच्चों के साथ साथ शिक्षकों को भी परेशानी उठानी पड़ती है।
शिक्षा विभाग ने भवन बनाने के लिये 52 लाख का एस्टीमेट भेजा।
शिक्षा विभाग ने बेहडेवाला स्कूल भवन के लिये चार कमरे बनाने के लिये 26 सितंबर 2018 में 52 लाख रूपये का एस्टीमेट डायरेक्टर शिमला को भेजा हुआ है लेकिन अभी तक यह एस्टीमेट फाईलों में ही दफन हुआ है। आगे कोई कारवाई नहीं हुई है जिससे छोटे छोटे बच्चों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
क्या कहते है उपनिदेशक।
शिक्षा विभाग नाहन के उपनिदेशक विपिन कुमार ने बताया की बेहडेवाला स्कूल भवन की फाईल उच्च अधिकारियों को भेजी गई है आगे की कारवाई वही से होगी।
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