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जिला सिरमौर के नाहन स्थिति डॉ यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में इन दिनों एक बैड पर दो -दो बच्चे एडमिट किए जा रहे है । एक ही बैड दो बच्चे होने से बच्चों हो रही परेशानी ,एक कमरे में 11 बैड पर 22 बचे एडमिट । आखिर जिले का एकमात्र अस्पताल में कब मिलेगी सुविधा । परिजनों ने बताया सुविधा के नाम पर बच्चों से खिलवाड़ । नेताओ के घर की रोटी सेकने को कहते है बड़े बड़े बोल
गर्मी लगातार पैर पसारती चली जा रही है। उल्टी, दस्त, बुखार समेत अन्य मौसमी बीमारियों से मासूम बच्चों की सेहत बिगड़ रही है। सिरमौर जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में इन दिनों इन्हीं मौसमी बीमारियों की चपेट में आए मासूमों को रोजाना भर्ती किया जा रहा है। लगातार बीमार बच्चों के कारण हालत गंभीर हो चले हैं।
रोजाना भर्ती होने वाले बच्चों के मुकाबले बेड कम पड़ गए हैं । चिल्ड्रेन वार्ड में फिलहाल 11 बेड की सुविधा है. लेकिन बुधवार को यहां कुल 20 से 25 बीमार बच्चों को भर्ती किया जा चुका है । सुनने में यह बात जितनी अटपटी है उतनी ही यह देखने में अटपटी लगेगी. दरअसल एक ही बेड पर अस्पताल ने 2-3 बच्चों को भर्ती कर दिया है।
इसके कारण भर्ती होने वाले बच्चों और उनके परिजनों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बच्चों के साथ आए परिजन ज्ञान सिंह ,मनीषा, निर्जला चौहान, धनवीर सिंह, गीता देवी, कमलेश, अर्जुन, कपिल, सुरेश आदि दो दर्जन लोगों ने बताया कि अलग-अलग रोगों से प्रभावित बच्चों को एक ही बिस्तर पर सुलाने से संक्रमण फैल सकता है, यह प्रशासन की बड़ी लापरवाही है और उन बच्चों के जीवन के साथ बड़ा खेल हो रहा है। वही नेताओ के झूठे वायदों से जनता को गुमराह करना तो इन से सीखे जो जनता को सुविधा के नाम पर बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है । जबकि यह नाहन क्षेत्र भाजपा के विधानसभा अध्यक्ष ड़ॉ राजीव बिंदल का ग्रह क्षेत्र होने पर भी सुविधा के नाम पर नामात्र ही कहा जा सकता है ।
दूसरे विभागों के मुखिया अपने वार्ड में बच्चों को दाखिला करने को तैयार नहीं।
बच्चों के परिजन ज्ञान सिंह ,मनीषा, निर्मला चौहान ,धनवीर सिंह ,गीता देवी, कमलेश, अर्जुन, कपिल, सुरेश आदि ने बताया कि अलग-अलग रोगी से प्रभावित बच्चों को एक ही बिस्तर पर लेट आने से संक्रमण फैल सकता है । इस बारे में उन्होंने अस्पताल प्रशासन को और बेड माया कराने का आग्रह भी किया है। मगर किसी भी वार्ड के महा संक्रमण के चलते उन्हें वहां एडमिट करने को तैयार नहीं हैं ।वहीं अलग कॉलेज प्रशासन की बात की जाए तो उनका भी हो कहना है कि अन्य वार्ड में विभाग बुक अध्यक्ष बच्चों को एडमिट करने के लिए तैयार नहीं है।
रोज हजारों की संख्या में होती है ओपीडी।
बता दें कि मेडिकल कॉलेज नाहन में रोजाना हजारों की ओपीडी होती है। इन दिनों बदलते मौसम के चलते एलर्जी , वायरल बुखार और अन्य तरह की बीमारियों से ग्रस्त हो रहे ऐसे में मेडिकल कालेज में इन अव्यवस्थाओं के चलते लोगों का इलाज करवाना काफी मुश्किल और महंगा पड़ रहा है।
शिशु वार्ड में बेड की कमी के चलते एक बेड पर दो दो बच्चों को रखा गया है। अन्य वार्डों में जहां पर बेड खाली है इन बच्चों को शिफ्ट करने के लिए कहा गया है । मगर उन वादों के विभाग अध्यक्षों ने संक्रमण फैलने व अन्य कारण बताकर बच्चों को एडमिट करने पर असहमति जताई है । जल्दी व्यवस्था को सुचारू किया जाएगा डॉ डीडी शर्मा चिकित्सा अध्यक्ष डॉ वाइस परमार मेडिकल कॉलेज।
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