Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

बाग पशोग में दिखेगी सिरमौरी लोक संस्कृति की झलक |

News portals-सबकी खबर (नाहन)

महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त तथा सक्षम बनाने के दृष्टिगत पच्छाद विकास खण्ड के बाग पशोग में शी-हाट का शिलान्यास किया जाएगा। DC सिरमौर डॉ आरके परूथी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि, 29 जनवरी, 2020 को प्रातः 11ः30 बजे लोक सभा सांसद सुरेश कश्यप तथा विधायक पच्छाद रीना कश्यप संयुक्त रूप से शी-हाट का शिलान्यास करेंगे। उन्होंने बताया कि, इस शी-हाट में महिलाओं द्वारा तैयार किए गए पारम्परिक उत्पादों को प्रदर्शित करने के अतिरिक्त उनके विपणन की सुविधा के लिए भी मंच उपलब्ध होगा।
उपायुक्त ने कहा कि, शी-हाट में एक शून्य अपशिष्ट भवन होगा, जो सौर शीर्ष से बनेगा। इसमें रूफ टॉप हार्वेस्टिंग प्लास्टिक कचरे से पॉलीब्रिक्स तथा गीले कचरे से खाद व बायोगैस के प्रबंधन का प्रावधान होगा। उन्होंने बताया कि इसमें छोटे बायोगैस संयत्र को चलाने के लिए रसोई व शौचालय के कचरे का उपयोग किया जाएगा, जो रसोई के लिए आवश्यक ईंधन प्रदान करेगा। Deputy Commissioner ने कहा कि, Sihot में रियायती दरों पर अतिथियों के लिए ठहरने की व्यवस्था होगी। जहां महिलाओं द्वारा अतिथियों के लिए पारम्परिक भोजन और पेय पदार्थों की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।


जिलाधीश ने कहा कि, 25 महिलाओं द्वारा इस शी-हाट को संचालित किया जाएगा जो प्रातः 7 बजे से सांय 7 बजे तक क्रियाशील रहेगा। उन्होंने बताया कि, इस भवन में कपड़े के थैले, पत्तों से बने डूने-पत्तल, स्वेटर के अतिरिक्त विभिन्न प्रकार की सामग्री प्रर्दशन व विक्रय हेतु उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि District के अपनी तरह के इस पहले Sihot में यात्रियों के लिए नाश्ता, दोपहर तथा रात्री भोजन में पारम्परिक पकवान जिनमें विशेष रूप से अरबी, चौलाई, मंडवा की रोटी, चावल, चपाती, सतू, लस्सी, पटांडे, मूड़ा, दूध, खीर, असकलियां, घी और खांड के साथ लुशके, लस्सी व चावल से निर्मित कांजन अथवा भी उपलब्ध होगे। उन्होंने बताया कि इस शी-हाट में पारंपरिक परिधान जिनमें झोगा, सूथण, सोदरी जैकेट, गाची, लोइया, टोपी, ढाठू, चंडकू, चोलना तथा छितरा भी उपलब्ध होंगे।


डॉ परूथी ने बताया कि, यह शी-हाट पर्यटन विभाग और नाबार्ड के संयुक्त तत्वधान में निर्मित होगा जो पूरी तरह जीरो वेस्ट भवन होगा जिसमें नीटिंग, सिलाई, डुने-पत्तल व आटा चक्की की मशीनें स्थापित की जाएगी। उन्होंने बताया कि, इस भवन में महिलाओं को खाना बनाने तथा कारोबार संबंधी लेखा-जोखा रखने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि महिलायें कारोबार को निपुणता से कर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सके।

Read Previous

High School माइना में मानसी व कार्तिक को Best Student of the Year चुना गया |

Read Next

जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात, चूड़धार में पूरी तरह बर्फ में दबे ढाबे, मंदिर की एक मंजिल भी बर्फ से अटी |

error: Content is protected !!