News portals-सबकी खबर (शिलाई)
यदि आप राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर सफर कर रहे है तो जरूरी है कि बहुत संभलकर चलना होगा। राजमार्ग प्राधिकरण की अनदेखी और कंपनियों की मनमर्जी मार्ग पर सफर कर रहे लोगों की जान किसी मोड़ पर भी ले सकती है। इसलिए कोशिश यह करें की बेखौफ कम्पनी की वेतरतीवी और भ्रष्टतंत्र में लिप्त प्रशासनिक अम्ला की अनदेखी का शिकार होने से बचा जाए। क्योंकि यदि आपके साथ कोई हादसा या दुर्घटना हो जाती है तो आपके नुकसान की भरपाई करने वाला यहां कोई नहीं है। मामला राष्ट्रीय राजमार्ग 707 का है। जहां पर फेस थ्री का कार्य कर रही एचईएस इन्फ्रा की सबलेट कम्पनी, रुधनव इन्फ्रा ने मार्ग पर पहाड़ियों की बेतरतीव कटिंग करके भूस्खलन होने के हालात पैदा कर दिए। बरसात शुरू होते ही लोगों की निजी घासनियाँ और वन विभाग की भूमि में लगे हरभरे पेड़ भूस्खलन के शिकार हो रहे है
। मार्ग पर गंगटोली के समीप पहाड़ का टुकड़ा अचानक भूस्खलन का शिकार हो गया है। जिसमे आधा दर्जन से अधिक पेड़ टूटकर धराशाई हो गए है। साथ ही उपजाऊ भूमि को भारी नुक्सान पहुंचा है। भूस्खलन होने से कई घंटों तक राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहा। गनीमत रही कि अचानक हुए भूस्खलन किसी की जान पर भारी नही पड़ा है। हालाकि मार्ग पर आवाजाही खूब थी। सूत्रों की माने तो बताया जा रहा है कि रुधनव इन्फ्रा कम्पनी के अधिकारी राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों पर हावी है। इसलिए राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी कम्पनी पर कार्यवाही करने में गुरेज करते नजर आ रहे है। और क्षेत्रीय लोगों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। कम्पनी मनमर्जी से मार्ग पर बेतरतीव साइड कटिंग कर रही है। जिससे कई जगहों पर भारी भूस्खलन के हालात पैदा हो गए है। जहां पर ब्रेकर से पहाड़ काटे जा सकते थे। कम्पनी के पीएम और डिपीम उन स्थानों पर भी ब्लास्टिंग से पहाड़ तोड़ रहे है। जिसकी वजह से कच्चे पत्थरों से खड़े पहाड़ अंदर तक खोखले हो रहे है। ब्लास्टिंग से जहां 15 गुना से अधिक जमीन क्षतिग्रस्त हो रही है। वही पेयजल सोर्स जमीन के अंदर धंसते जा रहे है। और शासन, प्रशासन यहां मानो कुंभकर्णी नीद सोया हो।
क्षेत्रीय लोगों की माने तो रुधनव इन्फ्रा कम्पनी के डीएम और डिपिएम कहते है कि राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी उनके अधीन है। इसलिए कम्पनी पर कोई कार्यवाही नही होने वाली है। कम्पनी प्राधिकरण का पूरा हिस्सा दे रही है। लोगों को जहां शिकायते करनी है वह वहां जाकर शिकायते करें। कम्पनी अपने बजट के हिसाब से कार्य कर रही है। कम्पनी का जहां जैसा मन करेगा वैसा कार्य किया जाएगा। यदि उसके बाद भूस्खलन या कोई नुकसान होता है तो उसकी भरपाई स्थानीय प्रशासन, राजमार्ग प्राधिकरण या सरकार करेंगी। राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों से जब इस बारे बात करने की कोशिशें की गई। तो प्राधिकरण के अधिकारियों ने फोन ब्लैकलिस्ट कर दिए और कोई भी जबादेही देना उचित नहीं समझा है। बेरहाल राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर बोरहाड खड्ड से लेकर श्रीक्यारी तक मार्ग को चौड़ीकरण करने के कार्य में बेतरतीवी की जा रही है। और मौका पर हालत दयनीय बने हुए है। प्रशासनिक अम्ला यहां कार्यवाही करता नजर नही आ रहा है। इसलिए मार्ग पर सफर करना जोखिम भरा हो सकता है।
Recent Comments