Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 23, 2024

परिचित ही दे रहे हैं दुष्कर्म की सबसे ज्यादा वारदातों को अंजाम,तीन साल में आए 1,123 मामले

News portals-सबकी खबर (शिमला)

देवभूमि में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। इसका अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि 2020 से लेकर 2022 तक 2 वर्ष 10 महीनों में प्रदेश में बलात्कार के1123 मामले दर्ज हुए हैं। चौंकाने वाली बात सामने आई है कि परिचितों ने ही  सबसे ज्यादा दुष्कर्म की वारदातों की अंजाम दिया है। इनमें सबसे ज्यादा 545 परिचितों ने ही पीड़ितों के साथ दुष्कर्म किया। कुल मिलाकर 48.5 फीसदी मामलों में आरोपित पीड़िता के ही परिचित पाए गए। शादी का झांसा देकर हुए दुष्कर्म के मामले दूसरे नंबर पर हैं। 27 फीसदी मामलों में पहले दोस्ती की गई और फिर बलात्कार किया गया। 16.5 फीसदी मामलों में शादी के झूठे वादे के बहाने दुष्कर्म किया गया। 3 फीसदी मामले लिव इन रिलेशनशिप के दौरान घटित हुए। जबकि 4.6 फीसदी मामले अज्ञात व्यक्तियों ने अंजाम दिए। राज्य पुलिस के अनुसार महिला अपराधों पर जागरूकता के जरिए रोक लग सकती है। ऐसे अपराध को कम करने के लिए शिक्षण संस्थानों को संवेदनशील बनाने की भी आवश्यकता जताई है। महिलाओं की शिकायतों के निवारण के लिए पुलिस विभाग ने महिला हेल्प डेस्क संख्या 1091 स्थापित की है। पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से पूरे राज्य में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाए। अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए शिक्षण संस्थाओं को संवेदनशील बनाने की जरूरत है। महिलाओं की शिकायतों के निवारण के लिए महिला हैल्प डैस्क 1091 स्थापित किया गया है। लाहौल, किन्नौर को छोड़ कर सभी जिलों में महिला थाने खोले गए हैं। इनमें महिलाएं बेझिझक अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकती हैं। महिला अपराधों से निपटने के लिए वीरांगना ऑन व्हील्स भी शुरू की है। पुलिस का दावा है कि इसके बेहतर नतीजे सामने आ रहे हैं।

Read Previous

ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने वालों पर पुलिस ने दिखाई सख्ती

Read Next

लोगों ने पकड़ा गौवंश को चोरी-छुपे लेकर जा रहा केंटर, प्रसाशन से की मांग उठाया जाए ठोस कदम

error: Content is protected !!