News portals-सबकी खबर (कांगड़ा ) लोगों में कांगड़ा-चंबा के भाजपा व कांग्रेस नेताओं द्वारा धर्मशाला में बनने वाले कैंपस की सही से वकालत न कर पाने को लेकर भी नाराजगी है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के जदरांगल धर्मशाला कैंपस को बहुत अधिक बारिश होने का बहाना लगाकर पर्यावरण मंत्रालय में पत्तियां लगवाने की सियासत पर लोग अब नेताओं का मजाक उड़ाने लगे हैं। दिल्ली में बैठे हिमाचल के सांसद ही नहीं प्रदेश सरकार द्वारा कमजोर पक्ष रखने के चलते अब लोग भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों को सीयू के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा करने लगे हैं।केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना को अब करीब डेढ़ दशक होने लगा है। बावजूद उसके देहरा और धर्मशाला के नाम पर हो रही राजनीति अब जनता की समझ से भी परे होने लगी है। पहले धर्मशाला में बनने वाले 70 फीसदी भाग का सियासी ताकत के बूते 30 फीसदी करवा दिया और अब उस 30 फीसदी हिस्से में भी काम शुरू न हो पाए इसके लिए सियासत हो रही है। कभी वन तो कभी पर्यावरण मंत्रालय द्वारा लगातार कोई न कोई अड़ंगा लगाया जा रहा है, जिससे डेट दशक बाद भी विश्वविद्यालय का धर्मशाला में शुरू होने वाला काम लटका हुआ है। देश के अन्य राज्यों से हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में सेवाएं देने वाले प्राध्यापक भी हिमाचल में हो रही इस ओछी राजनीति से हैरत में है और हिमाचल के सांसदों व विधायकों के आचरण पर तरह-तरह की चर्चाएं कर चुटकी लेते रहते हैं। जदरांगल में कैंपस को मात्र यह कहकर कि यहां बहुत अधिक बारिश होती है लटकाने के ऑब्जेक्शन से लोग हैरत में हैं।
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