News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
कोरोना महामारी के चलते और अनलॉकडॉउन 2.0 के दोरान एक व्यक्ति अपने परिवार से 9 साल बाद मिला। खुशी के इस अवसर पर माहौल उस समय गमगीन हो गया, जब परिजन माऊ जिला उप्र. से पांवटा पहुंचे और उन्होंने अपने खोये हुए व्यक्ति को सामने देखा।
जानकारी के अनुसार रविवार को पत्नी राजकुमारी, बेटा मनीष कुमार, साला संतोष कुमार, राजेश आदि
गांव कुडहनी, पीओ बड़ेराव, तहसील घोसी, जिला-माऊ, उत्तर प्रदेश से 9 साल से घर से गायब आनंद प्रसाद पुत्र विनीराम को लेने पांवटा साहिब पहुंचे। अपने घर के सदस्य को जिंदा सामने देख कर वह लोग जहां खुश थे वहीं उनकी गुमशुदगी से गमगीन भी थे।
बता दें कि मानसिक रूप से अस्वस्थ एक व्यक्ति पिछले ड़ेढ़ साल से गिरिपार के चुना पत्थर मंडी सतौन में रह रहा था। पागल की वेशभूषा में उक्त व्यक्ति यहां-वहा झूठा भोजन खाकर गुजारा कर रहा था। लेकिन अपना नाम पता बताने में असमर्थ था, जिस कारण नरकीय जीवन जीने को मजबूर था।
लॉकडॉउन के चलते उक्त व्यक्ति इधर उधर की आवाजाही नही कर पाया। जिस कारण वह पांवटा साहिब के आसपास क्षेत्र में घूमता रहा। चंद रोज पूर्व यह मानसिक पीड़ित व्यक्ति पांवटा बस स्टैंड पर संजय कंवर को दिखाई दिया।
उन्होंने एक बार फिर उसका नाम, पता जानने का प्रयास किया ओर उसके मुंह से गाँव कुडहनी, माऊ निकला। जिसके बाद रमाकांत के द्वारा काफी खोजबीन से जिला माऊं, उत्तर प्रदेश पता चल सका। उसके बाद एसडीएम पांवटा एल आर वर्मा ने माऊ के डीसी व उपमंडल घोसी के एसडीएम से सम्पर्क साधा। जिन्होंने स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि के माध्य्म से उक्त व्यक्ति के घर वालों से संपर्क करवाया। लेकिन व्यक्ति के घर वालों से संपर्क होने के बाद व्यक्ति फिर पांवटा साहिब गयाब हो गया जिसके बाद संजय कंवर और उनके मित्रो ने उक्त व्यक्ति को ढूढना शुरू किया | दो दिनों तक व्यक्ति को ढूढ़ते रहे लेकिन पता नही चला तभी शोशल मिडिया पर खबर प्रकाशित की गई जिसके बाद पंचायत प्रधान को उक्त व्यक्ति मिला जिसके बाद पंचायत प्रधान ने संजय कंवर से समपर्क किया तब जा के व्यक्ति के परिजनों से समपर्क किया अब परिजन इसे लेने पांवटा साहिब पहुंचे हैं।
वही आंनद प्रसाद (मानसिक पीड़ित व्यक्ति) ने अंग्रेजी माध्य्म से +2 की हुई हैं और कोई भी कार्य करने में सक्षम है। उसकी पत्नी
राजकुमारी प्राइवेट अस्पताल में नर्स हैं। आंनद प्रसाद के दो बेटे व तीन बेटियां है।
उनके बेटे मनीष कुमार ने बताया कि उनके पापा 9 साल से दिमागी तौर से बीमार चल रहे थे। जिसके चलते वह छोटे भाई की शादी से अचानक लापता हो गये। कई सालों तक तलाश करने बाद भी कोई पता नहीं चल सका था। लेकिन अब उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। उन्होंने संजय कंवर सहित एसडीएम पांवटा एलआर वर्मा व पुलिस प्रशाषन का आभार व्यक्त किया।
उधर ,इस बारे डीएसपी पांवटा वीर बहादुर ने बताया कि संजय कंवर के अथक प्रयास बाद ही यह संभव हो सका है। परिजनों द्वारा सारे कागज़ात पेश करने बाद उक्त व्यक्ति को उनके सुपुर्द किया गया है।
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