News portals-सबकी खबर(पांवटा साहिब)
देश भर के कोरोना महामारी के चलते कई परिवार के सदस्य संक्रमित हुए है । हालांकि कुछ परिवार इस संक्रमित परिवार ठीक भी हुए हैं ।उन्ही में से एक है पांवटा साहिब का रहने वाला अंतरष्ट्रीय खिलाड़ी जिसका परिवार दिल्ली में रहता है ।
2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स के हीरो निशानेबाज जीत चुके गोल्डन फिंगर खिताब अंतरराष्ट्रीय शूटर व अर्जुन अवार्डी समरेश जंग मूल रूप से सिरमौर पांवटा साहिब उपमंडल के हरिपुर के रहने वाले हैं। समरेश जंग स्वतंत्रता सेनानी कर्नल शेरजंग के पोते हैं। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शूटर समरेश जंग ने 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्डन फिंगर के नाम से खिताब हासिल किया था। अर्जुन अवार्ड प्राप्त किए हुए हैं, इन गेमों में रिकॉर्ड 5 गोल्ड मेडल सहित सात मेडल उन्होंने भारत की झोली में डाले थे। इस समय समरेश जंग कोच के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर कार्य कर रहे हैं,
बता दे कि वर्ष 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स के हीरो अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज समरेश जंग ने गोल्डन फिंगर के नाम से खिताब हासिल कर भारत का नाम रोशन किया था। अपने पूरे कैरियर में शानदार प्रदर्शन से खूब तहलका मचाते रहे। पिछले कुछ दिन शूटर दंपति के परिवार पर काफी कठिन दौर वाले गीजर। दिल्ली में रह रहे अंतरराष्ट्रीय शूटर समरेश जंग अपने परिवार के अन्य 5 सदस्यों के साथ कोविड-19 संक्रमित हो गए थे। धैर्य व दृढ़ संकल्प से अब परिवार ने कोरोना पर विजय पा ली हैं।
कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अपने दिल्ली में विशाल घर के परिसर को ही पूरा मिनी-अस्पताल’ बना लिया था। अब माहमारी पर पार पाने के बाद लोगों को इस रोग बारे में जागरूकता व डट कर सामना करने को प्रेरित कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय शूटर के पिता कर्नल शेलेष जंग ने कहा कि अब सभी 6 सदस्य स्वस्थ हैं। समरेश जंग लोगों को भी कोरोना माहमारी बारे लोगों को जागरूक कर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय शूटर व राष्ट्रीय कोच समरेश जंग ने कहा की कोरोना से लड़ाई धैर्य से जीती जा सकती है। कोविड-19 को सकारात्मक रवैये व दृढ़निश्चय से हराया जा सकता है। निशानेबाज ने कहा, जिन्हें भी कोविड-19 पॉजिटिव होने का पता चला है, वे ज्यादा घबराए नहीं।
लेकिन साथ ही ध्यान रहे कि इसे हल्के में भो नहीं लें। यह संक्रमण किसी को भी हो सकता है, सबको काफी सतर्क रहना जरूरी। समरेश ने कहा कि जब वह विगत 5 जून को कोविड-19 के पॉजिटिव पाए गए। सबसे पहले उनका लक्ष्य शांत रह कर खुद को नकारात्मकता से दूर रखना रहा था। परिवार के 5 अन्य संक्रमित सदस्यों समेत घर में खुद को अलग ही रखा। जबकि संक्रमित 2 को तो विशेष कोविड सुविधाओं अस्पताल में भी ले जाना पड़ा। शूटर का दिल्ली घर मे बड़ा घर है। कुछ कमरे और टायलेट का अलग अलग इस्तेमाल करते रहे। कुछ टॉयलेट को परिवार के उन सदस्यों ने इस्तेमाल किया जो वायरस से संक्रमित नहीं थे। एहतियात व उपचार से वायरस से जंग व विजय प्राप्त करने में मदद मिली। वह अपने परिवार के 5 अन्य सदस्यों के साथ कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए थे। जितमे 2006 में ऐशियन गेम्स में गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली अंतरराष्ट्रीय शूटर अनुजा जंग भी शामिल रही। लेकिन इन सभी लोगों ने कोरोना से जंग जीत ली है। अब संबंधित अधिकारियों ने सभी को 22 जून को कोरोना मुक्त( मंजूर) प्रमाणपत्र नहीं दे दिया है। तब तक सभी संक्रमित सदस्यों ने घर में पृथकवास में रह कर डट कर कोरोना का सामना किया।
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