News portals-सबकी खबर (डेस्क – नहान )
विश्व स्ट्रोक दिवस के उपलक्ष पर आज श्री साई मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल एवं ट्रामा सेंटर , नाहन में अस्पताल स्टाफ के लिए जारूकता शिविर कर आयोजन किया गया। इस शिविर में न्यूरो सर्जन डॉ वरुण गर्ग द्वारा स्ट्रोक सम्बन्धी जानकारी दी गयी। उन्होंने ने बताया की केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में लोगों में होने वाली विकलांगता और मृत्यु के सबसे प्रमुख कारणों में से एक है- स्ट्रोक। स्ट्रोक को बेहतर तरीके से रोका जा सकता हैं। उन्होंने ने बताया की स्ट्रोक आने पर समय अवधि का ध्यान देना बेहद महत्व पूर्ण है। समय रहते व्यक्ति को अस्पताल पहुँचाना चाइये जिस से उनकी जान बचाई जा सके। डॉ वरुण गर्ग ने बताया की सर्दिया शुरू होते ही हमे स्ट्रोक के प्रति ज्यादा सतर्क होना चाहिए। गर्म कपड़ो का इस्तेमाल करना चाइये। छाती ही नहीं बल्कि हाथों पैरों को ढक कर रखना चाइये।
उन्होंने बताया की स्ट्रोक की समस्या तब होती है जब मस्तिष्क (Brain) को होने वाली खून की आपूर्ति बंद हो जाती है या किसी वजह से अवरुद्ध हो जाती है। स्ट्रोक के कारणों के विषय पर जानकारी देते हुए डॉ वरुण गर्ग ने बताया की हाई ब्लड प्रेशर,डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, धूम्रपान, स्ट्रोक का पारिवारिक इतिहास आदि इसके करना होते है ।
स्ट्रोक से बचाव के लिए डॉ वरुण गर्ग ने स्वस्थ रहने के सुझाव दिए :
पुरुषों और महिलाओं दोनों में हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक के सबसे बड़े कारणों में से एक है। ऐसे में अगर आप स्ट्रोक की घटना को रोकना चाहते हैं तो रक्तचाप को सामान्य बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन करना, एक्सरसाइज करना, धूम्रपान न करना और शराब के सेवन से बचना- ये कुछ ऐसे आवश्यक कदम हैं जिनका पालन आपको जरूर करना चाहिए।
अधिक वजन और मोटापा, ये दोनों ही चीजें न केवल हाई बीपी के लिए बल्कि स्ट्रोक के लिए भी अहम जोखिम कारक हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि यदि आप ओवरवेट हैं, तो महज कुछ किलो वजन घटाने से भी स्ट्रोक के जोखिम में महत्वपूर्ण कमी की जा सकती है. हर दिन कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करें, संतुलित आहार खाएं, हर रात पर्याप्त नींद लें और तनाव को दूर रखें- ये सारी चीजें आपको वजन कम करने और स्ट्रोक को दूर रखने में मदद कर सकती हैं।
डायबिटीज होना, प्रीडायबिटिक होना या सामान्य से थोड़ा भी अधिक ब्लड शुगर हो जाए तो इससे भी आपकी रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं। लंबे समय तक हाई ब्लड शुगर की समस्या रहे तो धमनियों और नसों को नुकसान पहुंचता है और यह बदले में स्ट्रोक के जोखिमों को बढ़ा सकता है। इसलिए, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप स्वस्थ आहार का सेवन करें और अपने ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें।
शराब, सामान्य रूप से आपके ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और रक्त वाहिकाओं को प्रभावित कर सकती है। यही कारण है कि शराब से परहेज करना एक अच्छा आइडिया हो सकता है। यदि आप अल्कोहल का सेवन करते भी हैं तो महिलाएं रोजाना एक गिलास और पुरुष रोजाना 2 गिलास तक ही खुद को सीमित रखें। इसी तरह, तंबाकू का सेवन और धूम्रपान भी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और खून के थक्के जमा सकता है। इससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए सिगरेट की लत छोड़ने की सिफारिश की जाती है।
ज्यादातर मामलों में स्ट्रोक होते हैं, बढ़ जाते हैं और मृत्यु का भी कारण बनते हैं क्योंकि लोग स्ट्रोक के लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं। इसलिए लक्षणों की पहचान करना और तुरंत सहायता प्राप्त करना आवश्यक है।
इस के साथ साथ डॉ वरुण गर्ग श्री साई अस्पलात में पहले , तीसरे व पांचवे शुक्रवार को नाहन अस्पताल एवं दूसरे एवं चौथे शुक्रवार को श्री साई कार्डियक एवं क्रिटिकल केयर सेण्टर पौंटा साहिब में अपनी सेवाएं देते है। सिरमौरवासी यदि किसी भी दिमागी एवं रीढ़ की हड्डी से सम्बंधित रोग के उपचार के लिए अपनी अपॉइंटमेंट 70181 -03200 पर करवा सकते है।
Recent Comments