Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 27, 2024

राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बीएड को किया चार साल

पुराने डिग्री धारकों को वर्ष 2030 के बाद  नहीं मिलेगी शिक्षक की नौकरी

दसवीं और जमा दो कक्षा के विद्यार्थियों को अंकों में सुधार लाने के लिए दूसरी बार परीक्षा देने का  मिलेगा मौका 

News portals-सबकी खबर (शिमला )

राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बीएड को चार साल का कर दिया है। पुराने डिग्री धारकों को वर्ष 2030 के बाद शिक्षक की नौकरी नहीं मिलेगी। नई नीति में स्पष्ट किया गया है कि चार वर्ष की बीएड करने वालों को ही नौकरी के लिए पात्र माना जाएगा। इसके लिए जल्द ही प्रदेश के कॉलेजों में फर्स्ट ईयर से ही एजूकेशन विषय को पूरी तरह से शुरू कर दिया जाएगा।तीन साल तक कॉलेज और एक वर्ष की बाद में एजूकेशन विषय की पढ़ाई करने वालों को ही बीएड की डिग्री मिलेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के इस प्रावधान को लागू करने के लिए जल्द ही प्रदेश में बीएड और डीएलएड का पाठ्यक्रम भी बदला जाएगा।


टेट पास करना भी अनिवार्य कर दिया गया है। अभी जेबीटी, टीजीटी और शास्त्री के पदों के लिए ही टेट अनिवार्य है। आने वाले समय में स्कूल प्रवक्ता के लिए भी टेट पास करना जरूरी हो जाएगा। शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मिड डे मील को तीन वर्ष की आयु तक के बच्चों के लिए भी शुरू किया जाएगा।प्री प्राइमरी शिक्षा के लिए आंगनबाड़ी वर्करों और शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। तीसरी, पांचवीं, आठवीं कक्षा की परीक्षाएं ली जाएंगी। हालांकि इन कक्षाओं की बोर्ड परीक्षा नहीं होगी। इससे पहले आठवीं कक्षा तक परीक्षाएं नहीं करवाई जाती थी। दसवीं और जमा दो कक्षा की बोर्ड परीक्षा होंगी। इन कक्षाओं के विद्यार्थियों को अंकों में सुधार लाने के लिए दूसरी बार परीक्षा देने का मौका भी मिलेगा।

Read Previous

आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में अब उगेंगी पौष्टिक सब्जिया

Read Next

हिमाचल प्रदेश किसान कांग्रेस सोशल मीडिया का सयोंजक सुनील चौहान को किया नियुक्त

error: Content is protected !!