Newsportals-सबकी खबर (नाहन)
जिला सिरमौर में किसान बांस को उगाकर आर्थिकी को सुदृढ़ करेंगे, जिसके लिए कृषि विभाग नेशनल बैम्बू मिशन के तहत जिला सिरमौर के किसानों को जोड़ेगा। चूंकि अब बैम्बू अथवा बांस को फोरेस्ट प्लांट की कैटेगरी से हटाकर ग्रास कैटेगरी में डाल दिया गया है। लिहाजा किसानों के लिए बांस की खेती और इसके माध्यम से आय को बढ़ाने का मौका व्यापक रूप से मिल पाएगा। कृषि विभाग बैम्बू मिशन में अन्य विभागों के माध्यम से भी बांस उत्पादन मंे किसानों की मदद करेगा। वहीं बाकायदा कृषि विभाग के एक्सपर्ट के माध्यम से बैम्बू को उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए टिप्स लिए जाएंगे।
बैम्बू मिशन को जिला सिरमौर में कामयाब करने के लिए बाकायदा किसानों को प्रशिक्षण देकर तैयार किया जाएगा। गौर हो कि बांस को विभाग और केंद्र सरकार ने बहुपयोेगी ग्रास माना है, जिससे अनेक उत्पाद तैयार हो सकते हैं। उपनिदेशक कृषि विभाग सिरमौर राजेश कोशिक ने बताया कि बैम्बू से फर्नीचर, अगरबत्ती, मकानों की शटरिंग से लेकर खाने का आचार तक बनाया जा सकता है। लिहाजा जिला में बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए तैयारियां कर ली गई हैं। जिसके तहत बांस के कारीगरों और किसानों को बैम्बू मिशन से जोड़ने के लिए रूप रेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने बताया कि बैम्बू के उत्पादों की मार्केट में भी मांग रहती है।
लिहाजा व्यक्तिगत भूमि, सामूहिक भूमि के अलावा वन भूमि पर फोरेस्ट विभाग के साथ मिलकर बैम्बू की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बांस की खेती को खेतों में या खेतों के किनारे उगाया जाना है यह किसान ही निर्णय लेंगे। वहीं किसानों को बाकायदा प्रदर्शन और डैमो के माध्यम से इस ओर जागरूक भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिए नेशनल बैम्बू मिशन निश्चित तौर पर वरदान साबित होगा।
Recent Comments