न्यूज़ पोर्टल्स:सबकी खबर(पांवटा)
कहते हैं कि सत्ता का नशा सर चढ़ कर बोलता है। विशेष कर स्वयंभू व छूटभैया नेताओ की धोंस ही चरम पर रहती है। जिससे सरकार व नेताओं की भी जम कर किरकिरी होती है। बुधवार सुबह पांवटा में भी कुछ ऐसा ही हुआ।
पांवटा शहर के बीचों बीच व पुलिस थाने के ठीक सामने वाली गली में एक ट्रक खड़ा कर दिया गया। इसमें किसी व्यापारी का सामान पहुँचा था। ट्रक संपर्क सड़क में खड़ा करने से वाहन की आवाजाही बन्द हो गई। थाना , पटवार खाने व आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी तक पहुंचने में दिक्कतें आ रही थी। आम जनता की दिक्कतें देख लोगों ने ट्रैफिक पुलिस को सूचित किया। क्योंकि, छोटे वाहन व राहगीरों को भी दिक्कतें आ रही थी।
जब ट्रैफिक पुलिस ट्रक को हटाने पहुंचे तो, भाजपा के एक छुट भैया नेता आ धमका। ट्रक को हटाने को कहा तो भाजपा के छुट भैया नेता ने दादागिरी शुरू कर दी। ट्रैफिक पुलिस को ऊँची पहुंच की बात से धमकाने लगा। सीएम ऑफिस तक ऊंची पहुंच को रॉब ग़ालिब कर दिया। बोला एक अधिकारी पांवटा आने पर मेरे पास ही आकर रुकता है। पांवटा का विधायक व शिलाई के पूर्व विधायक भी मेरा खास है। मेरे पास एक दोनों का आना जाना है। ट्रैफिक पुलिस टीम जनता की दिक्कतों के बारे में बात की। लेकिन, भाजपा के छुटभैया नेता की दादागिरी चरम पर थी।किसी की एक न सुनी। पांवटा व शिलाई के नेताओं को जिस शैली में इस छुटभैया ने नाम बोले वो भी लिखने लायक नहीं।
बुधवार को जब पांवटा ट्रैफिक पुलिस जवानों व इस छुटभैया नेता के बीच मामला बड़ा तो हंगामा शुरू हुआ। मैन बाजार से लगती गलियों में लोग एकत्र हो गये।ज पांवटा ट्रैफिक पुलिस ने बाजार के साथ लगती गलीयो में सामान से भरा ट्रक को साइड में खड़ा करने के लिए कहा। भाजपा के छुट्भैया नेता अपनी पूरी दादागिरी व रोब में आ गया। ट्रैफिक पुलिस पर अपने नैतिक कर्तव्य व जनता की दिक्कतें दूर करने पड़ अड़ी रही। मौके पर पहुंचे जवान।ने कहा कि ड्यूटी के लिए ट्रांसफर भी मंजूर है। आपकीं पहुंच जितनी भी हो, हमे ड्यूटी से आप नही रोक सकते।
देखते ही देखते छुट्भैया नेता की दादागिरी इतनी अधिक हो गई कि ट्रैफिक पुलिस अन्य पुलिस कर्मी के सामने पांवटा के विधायक व शिलाई के पूर्व विधायक को अजीब नाम से पुकारने लगे। कहा कि एक नेता तो ज्यादा उछल रहा व दूसरा हर तीसरे दिन मेरे घर बैठकर जाता है । ऐसे अपशब्द बोलने पर व ट्रैफिक पुलिस ही खरी खोटी बोलने लगा।
एसडीएम को फोन मिलाने लगा। जैसे कोई बहुत बड़ी बात हो गई हो। केवल अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए। जनता की दिक्कतें जैसे कुछ हो ही नही।
हैरान कर देने वाली बात तो ये थी कि ये संव्यभू नेता खुद दादागिरी कर रहा था। सीएम ऑफिस किसी अधिकारी को कॉल करने लगा। ट्रैफिक पुलिस अधिकारी पर उल्टा गलत ठहराने लगा। थाना परिसर में ही जोर जोर से चिलाने लगा। लेकिन, नियमों के पक्के व कार्य के प्रति कर्तव्यनिष्ठ एएसआई योगराज ने इस नेता की गाड़ी गली में वाहनों को आने जाने में दिक्कत करने पर ट्रक को हटवाया गया ।
उधर, पांवटा के ट्रैफिक इंचार्ज एसआई योगराज ने बताया कि जनता की सुविधा सर्वोपरि है। इस तरह की दादागिरी से ट्रैफिक पुलिस पर नही चलेगी। ऐसी बदतमीजी को बर्दाश्त नही किया जाएगा। शहर के व्यापारियों व लोगो से ट्रैफिक पुलिस का सहयोग करने को कहा जाता है। जिससे जनता को होने वाली समस्याओं को निपटाया जा सके ।
उधर, पांवटा थाना प्रभारी संजय शर्मा ने बताया कि इस तरह की सूचना मिली थी। लेकिन बाद में मामला सुलझ गया था।
* अधिकारियों व कर्मचारियों को।धमकाना ग़लत; किरनेश जंग*
पांवटा के विधायक चौधरी किरनेश जंग ने कहा कि विकास की गति ठप्प है। ऐसे में
छुट्भैया नेताओं की दादागिरी आम जनता की परेशानी का कारण बन रही है। आम जनता की दिक्कतों को नजरअंदाज किया जा रहा है। ऐसे पुलिस टीम को धमकाने वाले नेताओं के खिलाफ कार्यवाही जरूरी है।
Recent Comments