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November 24, 2024

ट्रक ऑपरेटरों तथा माइन आनर्स में टकराव के बाद लाइमस्टोन की ढुलाई प्रभावित ।

News portals-सबकी खबर(संगड़ाह)

उपमंडल संगड़ाह में चल रही लाइमस्टोन माइन्स के मालिकों द्वारा ट्रक चालकों से जबरन ओवरलोडिंग करवाए जाने का स्थानीय ट्रक ऑपरेटर यूनियन ने कड़ा विरोध किया। भगवान परशुराम ट्रक ऑपरेटर सोसायटी के दर्जन भर पदाधिकारियों द्वारा उक्त मामले में एसडीएम संगड़ाह को ज्ञापन सौंपा गया।

बुधवार को दिन में एसडीएम के क्षेत्र से बाहर एक बैठक में व्यस्त होने के चलते यूनियन द्वारा देर सायं उनके आवास उक्त ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन तथा प्रेस को जारी बयान में ट्रक ऑपरेटरों ने खदान मालिकों पर जबरन ओवरलोडिंग करवाने तथा कम किराया दिए जाने के भी आरोप लगाए गए हैं। युनियन के पदाधिकारियों के अनुसार नागरिक उपमंडल संगड़ाह में चल रही दुर्गा माइन बोरली, वालिया माइन संगड़ाह, गुप्ता माइन मंडोली, भूतमढ़ी लाइमस्टोन, राजेंद्र माइन व भड़वाना माइन आदि चूना खदानों के प्रभावशाली मालिक ओवरलोडिंग से इन्कार किए जाने के बाद उनकी गाड़ियां काम पर न लगाने अथवा उसका रोजगार छीनने की भी धमकी दे रहे हैं।वही ट्रक ऑपरेटरों ने बयान में कहा कि, सरकार द्वारा नए मोटर वाहन अधिनियम के तहत एक तरफ जहां ओवरलोडिंग का चालान अथवा जुर्माना कईं गुना बढ़ाया गया है, वहीं चुना खदान मालिकों द्वारा उनका किराया पहले से भी 200 रूपए प्रति टन कम किया गया है। ट्रक ऑपरेटर सोसाइटी ने कहा कि, उपमंडल संगड़ाह में सरकारी वेट ब्रिज अथवा धर्म कांटा न होने के नाम पर काफी अरसे ओवरलोडिंग चल से चल रही है।

ओवरलोडिंग का फायदा केवल उद्योगपतियों को मिल रहा है, जबकि सरकार व ट्रक मालिकों को इससे नुकसान पहुंच रहा है। ट्रक ऑपरेटर यूनियन तथा माइन आनर एसोसिएशन के बीच चल रहे टकराव के चलते गुरुवार को चूना खदानों से पत्थर की ढुलाई का काम लगभग बंद रहा। ट्रक ऑपरेटर सोसायटी पिछले दो दिनों से पत्थर की ढुलाई बंद कर चुकी है।

बता दे कि, उपमंडल संगड़ाह में वर्तमान में करीब 782 बीघा भूमि पर पांच चूना खदानों को सरकार द्वारा खनन की अनुमति दी गई है, जबकि वहीं एक अन्य खदान पर स्टॉक उठाने की परमिशन के नाम पर खनन कार्य जारी है। 1980 के दशक से यहां चल रही चूना खदानों से हांलांकि हर साल सरकार को लाखों रुपए की रोयल्टी प्राप्त हो रही है, मगर उपमंडल संगड़ाह में वैध व अवैध खनन की जांच के लिए वेट ब्रिज, माइनिंग गार्ड की नियुक्ति तथा लीज एरिया की जीओ टैगिंग जैसे मूलभूत उपाय सरकार द्वारा आज तक नही किए गए। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी के निधन के बाद क्षेत्र में फिर से अवैध खनन की शिकायतें लगातार आ रही है। खदान मालिकों द्वारा डब्ल्यू फार्म पर वेट का कालम खाली रखे जाने से एक ओर जहां ओपरेटरों का आर्थिक नुकसान हो रहा है, वहीं दुर्घटनाओं की भी संभावना रहती है। रिकॉर्ड में वजन कम दिखाए जाने से सरकार को रॉयल्टी कम मिल रही है।

उधर,एसडीम संगड़ाह राहुल कुमार ने उक्त ऑपरेटरों की मांग पर नियमानुसार कार्यवाही का भरोसा दिया। थाना प्रभारी जीत राम तथा डीएसपी संगड़ाह के अनुसार पुलिस थाना क्षेत्र संगड़ाह में कहीं भी सरकारी धर्म कांटा न होने के चलते ओवरलोडेड ट्रकों के चालान में दिक्कत होती है, हालांकि दो दिन पहले कुछ ओवरलोडिंग के चालान किए गए हैं। उधर चुना खदान मालिकों के अनुसार संगड़ाह में सरकारी धर्म कांटा अथवा वेट ब्रिज की व्यवस्था न होने के चलते माइन से अंदाजन ट्रकों को लोड किया जाता है।

 

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