News portals-सबकी खबर (शिमला )
हिमाचल प्रदेश में तंबाकू का सेवन करने वाले 20 साल तक के युवाओं में हार्ट अटैक के मामले आ रहे हैं। शिमला में शनिवार को पत्रकार वार्ता के दौरान आईएमसी के कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. पीसी नेगी ने इस बात की जानकारी दी है। पीसी नेगी ने बताया कि आईजीएमसी में सालाना 3500 के करीब हार्ट अटैक के मरीज आ रहे हैं। हार्ट अटैक से 100 में से कम से कम आठ फीसदी लोगों की हार्ट अटैक के कारण मौत हो रही है। हर दिन 7 से 8 मरीज हार्ट से जुड़ी बीमारियों से संबंधित आते हैं।डा. नेगी ने बताया कि हार्ट अटैक का मुख्य कारण तंबाकू का सेवन डाइट में बदलाव का होना है आजकल ज्यादातर युवा तंबाकू का सेवन कर रहे हैं और इस वजह से उनके डाइट में भी बदलाव आ रहा है। डाइट में बदलाव आने के कारण उनमें दिल के दौरे की संभावनाएं ज्यादा पैदा हो रही हैं। अगर किसी मरीज को हार्ट अटैक पड़ता है, तो उसे एक से दो घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचाएं। मरीज को इस समय अवधि के अंदर अस्पताल पहुंचा दिया, तो उसे तीन फायदे होंगे। एक तो मरीज की जान बचेगी, दूसरी मरीज को समय पर इंजेक्शन लगेगा और तीसरा फायदा यह है कि मरीज को स्टंड भी नहीं डलेंगी।आजकल हार्ट अटैक बीमारी में बढ़ोतरी हो रही है। हार्ट अटैक के मरीजों को पैनेक्टीप्लेज इंजेक्शन लगता है, जो कि 45 हजार रुपए का होता है, लेकिन सरकार ने अस्पतालों में यह इंजेक्शन नि:शुल्क किया है। डा. नेगी ने बताया कि डॉक्टरों द्वारा जिला शिमला के आईजीएमसी में दो सालों के अंदर 600 मरीजों का उपचार किया गया है। जिला में आईजीएमसी के साथ 20 सेंटर्ज को लिंक किया गया है, ताकि समय रहते ही मरीजों का उपचार शुरू हो सके। उन्होंने बताया कि मरीज को पैनेक्टीप्लेज इंजैक्शन की 40 मिलीग्राम डोज दी जाती है। अब एक और राहत वाली बात यह है कि अब तो ब्रेन स्ट्रोक के मरीज की जान बचाने के लिए भी पैनेक्टीप्लेज को शुरू कर दिया है। ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों को इसकी 20 मिलीग्राम डोज दी जाती है। डाक्टरों का मानना है कि इस इंजैक्शन से मरीज की जान बचाई जा रही है।
हार्ट अटैक के लक्षण
सीने में दर्द होना, थकान महसूस होना, सांस फूलना सहित चक्कर या मितली आना आदि हार्ट अटैक के लक्षण है। लोगों को पूरी कोशिश करनी चाहिए की जल्द से जल्द मरीज को अस्पताल पहुंचाए। डाक्टरों का कहना है कि सुबह के समय में हार्ट अटैक पडने की ज्यादा संभावना होती है। वैसे दिन के समय व रात को भी हार्ट अटैक पड़ता है। इन दिनों अस्पताल में मरीजों का आना जारी है। डाक्टर भी मरीजों को देखने में कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं।
ऐसे करें बचाव
लोगों को सुबह के समय में जल्द ही जागना चाहिए और रोजाना व्यायाम करना चाहिए। ज्यादा हेबी भोजन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। जितनी शरीर में क्षमता हो उसके अनुसार ही भोजन लेना चाहिए। ऑयल का कम प्रयोग करना चाहिए। दिल के बीमारी से बचने के लिए योगा जरूरी है। अगर कोई व्यक्ति योगा करता है तो दिल की आधे से ज्यादा बीमारी दूर हो जाती है। जो लोग इस बीमारी से ग्रस्ति हो चुके है उन्हें फल अधिक खिलाए। तंबाकू व शराब का सेवन करने से बचे। लोगों को बलड, शूगर व कैलस्ट्रोल की निरंतर जांच करवानी चाहिए।
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