News portals-सबकी खबर (चौपाल,नेरवा) चूड़ेश्वर सेवा समिति चूड़धार की केंद्रीय कार्यकारिणी का 20वां वार्षिक अधिवेशन तहसील मैदान चौपाल में आयोजित किया। अधिवेशन की अध्यक्षता केंद्रीय समिति अध्यक्ष सेवानिवृत्त आयुक्त बीएम नंटा द्वारा की गई। समिति के सदस्यों ने बीएम नंटा को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। अधिवेशन की मेजबानी समिति की चौपाल इकाई ने की और बैठक में हिमाचल के जिला शिमला, सोलन, सिरमौर तथा उत्तराखंड की सभी 48 शाखाओं के करीब 1200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान समिति की वार्षिक आय-व्यय का ब्यौरा दिया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि हर साल कीभांति इस साल भी 15 मई से 15 नवंबर तक चूड़धार पहुंचने वाले सभी श्रद्धालुओं को सुबह-शाम नि:शुल्क लंगर लगाया जाएगा और लंगर की गुणवत्ता को बढ़ाया जाएगा।इस दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि चूड़धार में नवनिर्मित धर्मशाला में दो हजार अतिरिक्त यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। चूड़ेश्वर सेवा समिति चूड़धार की केंद्रीय कार्यकारिणी के संयोजक हरि नंद मेहता ने कहा कि बैठक में सर्वसहमति से पारित कर मंदिर प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष उपमंडलाधिकारी (ना.) चौपाल चेत सिंह से आग्रह किया गया कि शिरगुल विजट के भंडारी प्रदीप सिंह व सभी परगना के कारदारों से वार्तालाप कर चूड़धार मंदिर में कुरुड व शांद महायज्ञ का शीघ्र आयोजन करें, क्योंकि मंदिर निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है।उन्होंने कहा कि वन्य प्राणी विभाग से आग्रह कर मंडाह घाटी से खड़ाच पैदल मार्ग को चौड़ा किया जाएगा। सराहं से चूड़धार रज्जू मार्ग का निर्माण किया जाएगा तथा सराहं में भी धर्मशाला का शीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण होगा।केंद्रीय समिति अध्यक्ष बीएम नंटा ने बताया कि केंद्रीय चूड़ेश्वर सेवा समिति के मुख्य उद्देश्य चूड़ेश्वर धाम चूड़धार पहुंचने वाले सभी श्रद्धालुओं को सुबह शाम नि:शुल्क लंगर आयोजन करना, रात्रि विश्राम व अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करना, चूड़धार का सर्वागिण विकास करना, नैतिक तथा धार्मिक भावना के गिरते स्तर को पुन: स्थापित करने का प्रयास करना, विषय व्यसन के समाज में बढ़ते प्रचलन को समाप्त करने के लिए प्रयास करना, बलि प्रथा को समाप्त करना, हिंदू स्नातन धर्म के प्रचार में कथा, कीर्तन, श्रीमद्भागवत कथा इत्यादि का आयोजन करना, बेसहारा, वृद्ध, विधवा, दरिद्र, अनाथ व रोगियों की वस्त्र, अन्न, आश्रय इत्यादि देकर सहायता करना शामिल है। (एचडीएम)
Recent Comments