News portals-सबकी खबर (शिमला) Chief Minister of Himachal Pradesh Sukhvinder Singh Sukkhu ने कहा कि, सूबे की बिगड़ी Economy के सुधार में 4 साल का समय लग जाएगा। आज ASHA worker Union द्वारा न्यूनतम वेतन व Policy बनाने की मांग किए जाने के सवाल के जवाब में उन्होंने पत्रकारों से दिल की बात कही। अब चर्चे इस बात के शुरू हो चुके हैं कि, यदि 4 साल बाद Congress अथवा Sukkhu Government ने बेहतर विकास कार्य किए भी तो हो सकता है अगली सरकार भी उनकी तरह आखरी साल के फैसले बदल डाले और इसी तरह सैंकड़ों Institute De-notify अथवा बंद कर दें। कुछ सोशल मीडिया user CM को ऐसा घाटे वाला का न करने तक की सलाह दे रहे हैं।Industries Minister of Himachal हर्षवर्धन चौहान भी गणतंत्र दिवस समारोह में अपने गृह जिला सिरमौर में उनकी सरकार का खजाना खाली होने संबंधी Statement दे चुके हैं और 75000 करोड़ का कर्ज छोड़ने के लिए उन्होंने पूर्व BJP Government को जमकर कोसा। उन्होंने 900 के करीब पिछली सरकार द्वारा आखरी छः महीने में खोले गए संस्थान बंद करने से सालाना 5000 करोड़ की बचत की भी बात कही। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर इस मामले में पहले ही कह चुके हैं कि, उन्होंने उतना कर्ज नहीं लिया जितना उनसे पहले की कांग्रेस अथवा वीरभद्र Government ने छोड़ा था। राज्य सरकार के कर्मचारियों को OPS देने के लिए डीजल 3 ₹ मंहगा करने, सैंकड़ों संस्थान बंद करने व 1st Cabinet मे महिलाओं को 1500 ₹ मासिक भत्ता व 1 लाख सरकारी नौकरियां देने के वादे पर भी भाजपा सदन से सड़क तक हंगामा कर चुकी है। उधर महिलाओं को मासिक भत्ता व 1 लाख सरकारी नौकरी के मामले में मुख्यमंत्री ने 1 माह में संबंधित कमेटी से रिपोर्ट मांगी है। बंद अथवा De-notify किए गए पूर्व सरकार द्वारा आखरी छः महीने में खोले गए सैंकड़ों संस्थानों अथवा Offices को लेकर भी जनता असमंजस में है, क्योंकि उद्योग मंत्री इनकी संख्या 900, Chief Minister 590 व पूर्व CM 530 के करीब बता रहे हैं।
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