न्यूज़ पोर्टल्स :सबकी खबर (संगड़ाह)
मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डॉ केके पराशर द्वारा बुधवार को उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में वर्ष 2011 से लंबित अस्पताल भवन का जायजा लिया गया। इस दौरान उनके साथ स्थानीय स्वास्थ्य कर्मी भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि, 13, अक्टूबर, 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा सीएचसी बिल्डिंग का विधिवत शिलान्यास किया गया था तथा 11, अगस्त, 2016 को स्थानीय विधायक द्वारा दोबारा इस भवन का भूमिपूजन किया गया। इसके बावजूद पौने छह करोड़ के संगड़ाह अस्पताल भवन का निर्माण कार्य अब तक पूरा होना शेष है। लोक निर्माण विभाग के अनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा ढ़ाई करोड़ का शेष बजट जल्द जारी किए जाने की सूरत में दो माह में उक्त भवन तैयार हो जाएगा।
भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रताप तोमर के अनुसार संबंधित अधिकारियों से बात कर जल्द अस्पताल भवन के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री से समय लिया जाएगा। शिलान्यास के तीन साल बाद तक जहां उक्त भवन स्थानीय तहसीलदार द्वारा जमीन का इंतकाल न किए जाने के चलते लंबित रहा, वहीं इसके बाद से लोक निर्माण व स्वास्थ्य विभाग तथा संबंधित ठेकेदार ने इसे लटकाकर रखा। मौजूदा अस्पताल भवन में जगह व स्टाफ की कमी के चलते जहां गत दो साल से एक्सरे सुविधा बंद है, वहीं मरीजों को आए दिन अन्य कईं परेशानियां झेलनी पड़ रही है।
हिमाचल सरकार के नियमानुसार हालांकि सीएचसी में 40 बेड होने चाहिए, मगर यहां मई 2018 तक मौजूद 15 बिस्तर में से भी नए बीएमओ के आने के बाद पांच को हटाया जा चुका है। इंडोर मरीजों के तीन में से एक वार्ड को जगह व स्टाफ की कमी बताकर बन्द कर दिया गया है। अस्पताल से पांच बेड हटाए जाने के बाद यहां दाखिल होने वाले मरीजों की संख्या औसतन 40 से घटकर 10 के आसपास रह गई है तथा ओपीडी करीब 200 से घटकर होकर सौ से भी कम रह गई है। स्वास्थय खंड संगड़ाह की करीब 80,000 की आबादी को दिन रात स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले इस एकमात्र अस्पताल की दयनीय हालत को लेकर क्षेत्र के विभिन्न संगठनों व पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा गत 19, नवंबर को यहां मिनी सचिवालय भवन के उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री को भी मांगपत्र सौंपा जा चुका है। स्वास्थ्य खंड संगड़ाह के 26 हेल्थ सबसेंटर में 52 में से 40 स्वास्थय कार्यकर्ताओं के पद खाली है तथा 14 उपकेंद्रों में कोई भी कर्मचारी न होने की चलते ताले जड़े हैं। संगड़ाह अस्पताल में गत वर्ष से डाक्टर के चार में से तीन पद खाली होना भी मरीजों के लिए परेशानी का सबब बना है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संगड़ाह रतन शर्मा के अनुसार अस्पताल भवन का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है तथा शेष बजट जल्द जारी होने की सूरत में दो माह के भीतर इसे तैयार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि, स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब ढ़ाई करोड़ का बजट जारी किया जाना शेष है तथा इस बारे विभाग के निदेशक को लिखा जा चुका है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ केके पराशर ने कहा कि, भवन के शेष निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने के लिए लोक निर्माण विभाग के संबंधित अधिकारियों को लिखा जाएगा।
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