News portals-सबकी खबर (शिमला )
हिमाचल में धीरे-धीरे पांव पसार रहे कोरोना वायरस के केसों की संख्या शुक्रवार को 28 से बढ़कर 30 हो गई। शुक्रवार देर रात सोलन जिले के बद्दी स्थित एक निजी अस्पताल के एक लैब टेक्नीशियन और रिसेप्सनिस्ट कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। दोनों इसी अस्पताल में क्वारंटीन थे। इन दोनों ने बद्दी स्थित हेलमेट कंपनी के एक निदेशक की पत्नी का इलाज किया था और यहां से पीजीआई रेफर होने के बाद इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई थी। बाद में यही महिला कोरोना पॉजिटिव भी निकली थी। निजी अस्पताल को सील करने के बाद क्वारंटीन केंद्र में बदला गया था। शुक्रवार को हिमाचल के विभिन्न अस्पतालों से 127 सैंपलों की रिपोर्ट आई, जिनमें 125 निगेटिव मिले और दो पॉजिटिव पाए गए हैं।
गोरतलब हो की बद्दी में महिला की चपेट में पति को छोड़कर चार लोग आए थे, जो महिला के साथ दिल्ली से आए थे। चारों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके परिजनों ने सभी को हिमाचल से गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल शिफ्ट कर दिया था। लेकिन महिला की मौत के बाद निजी अस्पताल को सील कर क्वारंटीन केंद्र में बदला गया। टेक्नीशियन और रिसेप्सनिस्ट को स्टाफ के आठ लोगों के साथ इसी अस्पताल में क्वारंटीन किया गया था। लक्षण मिलने के बाद दोनों की कोरोना जांच की गई और शुक्रवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है।
अब दोनों को आईजीएमसी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाएगा। निजी अस्पताल को पहले सील किया जा चुका है, जबकि अन्य स्टाफ व दोनों के परिवार को भी तत्काल क्वारंटीन रहने को कह दिया है। अभी तक प्रदेश में 30 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है और दो लोग ठीक होकर अस्पताल से घर जा चुके हैं। इसके अलावा छह और लोगों की भी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है और जल्द ही उन्हें भी घर भेजा जा सकता है। वहीं, चार मरीज प्रदेश से बाहर शिफ्ट हो गए हैं, जबकि मेडिकल कॉलेज नेरचौक में चार, दो टांडा मेडिकल कॉलेज और नौ बद्दी में स्थित ईएसआई अस्पताल में रखे गए हैं।
आईजीएमसी में भर्ती नालागढ़ के तीन जमातियों की रिपोर्ट निगेटिव
वहीं, दूसरी तरफ हिमाचल के लिए दूसरे दिन भी राहत की खबर रही। नालागढ़ से लाकर आईजीएमसी शिमला अस्पताल में भर्ती किए गए कोरोना पॉजिटिव तीनों जमातियों की शुक्रवार को सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई है। आईजीएमसी में भर्ती जमातियों के इससे पहले स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल तीन अप्रैल को शिमला भेजे थे।चार अप्रैल को जांच के बाद तीनों में कोविड-19 के लक्षण पाए गए, जिसके बाद इन्हें आईजीएमसी लाया गया था।
प्रशासन ने दिल्ली के मरकज से लौटे इन जमातियों के संपर्क में आए 100 से अधिक लोगों को चिह्नित क्वारंटीन किया था। तीनों की रिपोर्ट निगेटिव आने पर बीबीएन समेत पूरे जिले ने राहत ली है। वहीं टांडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती ऊना के भी तीनों जमातियों की सैंपल रिपोर्ट दूसरी बार निगेटिव आई। इन्हें शनिवार को अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है। इसकी पुष्टि मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने की। टांडा में भर्ती जमातियों में से दो मंडी शहर के हैं और एक सुंदरनगर का रहने वाला है।
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