News portals -सबकी खबर (शिमला) प्रदेश में ‘इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि’ योजना के तहत मिलने वाले 1500 के फॉर्म पर विवाद हो गया है। लाहुल स्पीति से शुरुआत करने के बाद पूरे प्रदेश में ये स्कीम लागू हो गई थी, लेकिन जो महिलाओं को दिए जा रहे थे, उनमें में सीएम सुक्खू और पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की फोटो लगी हुई थी। अब विभाग की वेबसाइट पर बिना फोटो के फॉर्म अपलोड हो रहे हैं। ऐसे में बिना फोटो के फॉर्म तहसील कल्याण कार्यालय में जमा होंगे, लेकिन मामलों पर आगामी कार्रवाई आचार संहिता हटने के बाद होगी। उधर, इस योजना को लेकर अलग-अलग जिलों में असमंजस की स्थिति बनी है। कारण यह है कि भाजपा इसे कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन बता रही है और इसको लेकर चुनाव आयोग को शिकायत भी भेज दी गई है।
इस शिकायत में भाजपा ने आरोप लगाए हैं कि इसमें सरकार की योजनाओं का प्रसार किया गया है। वहीं, कई जिलों की बात करें, तो एसडीएम और तहसील कार्यालयों में फॉर्म लेने से इनकार किया जा रहा है। कांगड़ा में भी तहसील कार्यालय के बाहर फॉर्म न लेने और विभाग की ओर से अधिसूचना का इंतजार किए जाने की बात कही गई है। दूसरी तरह इस अधिसूचना को जारी करने वाले ई-सोमसा विभाग का कहना है कि फॉर्म न भरने को लेकर या इस प्रोसेस को रोकने को लेकर सरकार की ओर से कोई भी नए निर्देश नहीं मिले हैं। ऐसे में पूरे प्रदेश में 1500 के फॉर्म को लेकर कन्फयूजन पैदा हो गया है।
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