News portals-सबकी खबर (नई दिल्ली)
कोरोना मरीजों का तुरंत पता लगाने वाली कोरोना रैपिड टेस्ट किट खुद सवालों के घेरे में आ गई है। चीन से मंगवाई गईं इन टेस्ट किट्स से 95 फीसदी तक नतीजे गलत निकलने की एक रिपोर्ट सामने आने के बाद भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने मंगलवार को देश के सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि वे अगले दो दिन तक कोरोना रैपिड टेस्ट किट का इस्तेमाल न करें। अब इन किट्स का परीक्षण आईसीएमआर के आठ इंस्टीच्यूट फील्ड में जाकर करेंगे। उसके बाद नई गाइडलाइन जारी की जाएगी।
आईसीएमआर के आर गंगा खेड़कर ने कहा कि राज्यों को दो दिनों के लिए रैपिड टेस्टिंग किट का उपयोग नहीं करने की सलाह दी गई है। रिजल्ट में बहुत भिन्नताएं आ रहीं थीं, जिसके चलते ऑन ग्राउंड टीमों द्वारा किट परीक्षण के बाद दो दिनों में एडवाइजरी जारी की जाएगी। उधर, जांच परिणाम सही नहीं पाए जाने के कारण राजस्थान सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए त्वरित जांच किट का इस्तेमाल मंगलवार को रोक दिया। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री डा. रघु शर्मा ने कहा कि इन किट से परीक्षणों के परिणाम के बारे में एक रिपोर्ट आईसीएमआर को भेजी गई है। मंत्री के अनुसार इस किट से केवल पांच प्रतिशत सही या वैध परिणाम मिले हैं। मंत्री ने कहा कि पहले ही संक्रमित पाए गए 168 मामलों में इस किट से परीक्षण किया गया, लेकिन इसका परिणाम केवल 5.4 प्रतिशत ही सही आ रहा है और जब परिणाम सही नहीं हैं तो इससे परीक्षण करने का क्या फायदा है। शर्मा ने कहा कि जब पहले से ही संक्रमित पाए गए मामलों में ही किट का प्रयोग असफल हो गया, तो इसके इस्तेमाल का कोई फायदा नहीं। उन्होंने कहा कि वैसे भी ये परीक्षण अंतिम नहीं थे, क्योंकि बाद में पीसीआर टेस्ट करना होता था। हमारे चिकित्सकों के दल ने सलाह दी है कि इससे जांच का कोई फायदा नहीं है। राज्य सरकार ने इन परिणामों को आईसीएमआर को भेजकर पूछा है कि त्वरित जांच किट से आगे परीक्षण जारी रखा जाए या नहीं। राजस्थान पहला राज्य है, जिसने शुक्रवार से त्वरित जांच किट का इस्तेमाल शुरू किया था। इसी बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार शाम जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 1329 नए मामले दर्ज किए जाने के साथ ही संक्रमितों की संख्या 19 हजार के पास पहुंच गई तथा इस दौरान इस संक्रमण के कारण 44 और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 600 के पार हो गया है।
पॉजिटिव सैंपल्स में वेरिएशन ज्यादा
आईसीएमआर के वैज्ञानिक केआर गंगाखेड़कर ने कहा कि हमने सभी राज्यों में रैपिड टेस्ट किट का डिस्ट्रिब्यूशन किया था। एक राज्य से शिकायत आई कि इन किट्स से कम डिटेक्शन हो रहा है। तीन राज्यों से पूछने के बाद पता चला कि आईटीपीसीआर के पॉजिटिव सैंपल्स में वेरिएशन ज्यादा है। यह वेरिएशन कई जगहों पर छह से 71 फीसदी तक आ रही है। यह अच्छी चीज नहीं है। वेरिएशन ज्यादा दिखने पर इसकी जांच करनी होगी।
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