News portals-सबकी खबर (पांवटा साहिब )
कोरोना वायरस के बिच हिमाचल प्रदेश के पड़ोसी राज्यों मे प्रदेश के मुकाबले कोरोना के अधिक मामले आने पर कुछ लोग खुद को सुरक्षित करने की सोच लेकर प्रदेश मे प्रवेश कर रहे हैं, जिन पर रोक लगनी चाहिए। यह मांग पांवटा साहिब के बुद्धिजीवियों ने प्रदेश सरकार से की है। प्रदेश के सीमांत नगर पांवटा साहिब में इस प्रकार के प्रयास हो चुके हैं और चोरी छिपे हो रहे हैं, जिस कारण प्रदेश सरकार को अपनी सीमाएं और अधिक सुरक्षित करनी चाहिएं। बता दे की अन्य राज्यों से सीमांत नगर होने के कारण हालांकि पांवटा पुलिस ने बैरियर सील कर दिए हैं। शहर की अन्य प्रदेशों से लगती सीमाएं सील कर दी गई हैं ताकि किसी भी प्रकार की घुसपैठ को रोका जा सके, लेकिन घुसपैठिया नदी का रास्ता प्रवेश के लिए चुन रहा है। गत दिनों नदी के रास्ते उत्तराखंड का एक कबाडी गोंदपूर तक पंहुच गया था।
गोरतलब को की जिला सिरमौर में अन्य राज्यों से प्रवेश करने के करीब 8 रास्ते हैं, जिसमें से अकेले 7 रास्ते पांवटा पुलिस उपमंडल में पड़ते हैं। ऐसे मे पांवटा उपमंडल की पुलिस की सक्रियता सुरक्षात्मक दृष्टि से बेहद जरूरी है। आधा दर्जन रास्तों में गोबिंद घाट बेरियर, बहराल बेरियर, हरिपुरखोल बेरियर, किलौड़, खोदरी माजरी, ज्योंग व मीनस बेरियर शामिल हैं। अभी यमुना में पानी का बहाव भी कम है। इसलिए पुलिस को उक्त बैरियरों के अलावा नदी के रास्तों पर भी चैकसी बरतनी पड़ रही है। यह भी पता चला है कि रोजाना उत्तर प्रदेश से आने वाली सब्जियों की गाडिय़ों में हर रोज एक-दो व्यक्ति प्रदेश में प्रवेश कर रहे हैं।
प्रशासन को इस मामले पर भी नजर रखने की जरूरत है। पांवटा साहिब के बुद्धिजीवियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आह्वान किया है कि इस तरह की घुसपैठ पर काबू रखने के लिए बड़ी ताकत सीमांत एरिया मे लगानी चाहिए। उधर, इस बारे डीएसपी पांवटा सोमदत्त ने बताया कि पांवटा साहिब में पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। बैरियरों सहित नदी के रास्तों पर भी नजर रखी जा रही है। यदि कोई नदी के रास्ते प्रवेश करने का प्रयास करता है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
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