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November 23, 2024

अन्य अंतर्राष्ट्रीय मेलों की तर्ज पर सुरक्षा बंदोबस्त व बसों की व्यवस्था की भी मांग ।

News portals-सबकी खबर (संगड़ाह)

उपमंडल सँगड़ाह क्षेत्र के विभिन्न संगठनों ने आगामी सात नंबर से शुरू होने वाले अंतर्राष्ट्रीय मेला रेणुकाजी के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने तथा अतिरिक्त बसों व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम तथा पुरानी परंपराओं का ध्यान रखने की अपील की। संगड़ाह विकास मंच, सारा व त्रिनेत्र क्लब आदि संगठनों तथा क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने रेणुकाजी विकास बोर्ड अथवा जिला सिरमौर प्रशासन से मेले के दौरान पर्याप्त बसों की व्यवस्था के साथ-साथ मेला मैदान में बेहतर शौचालय व पेयजल आपूर्ति उपलब्ध करवाए जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि, हिमाचल प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा जहां 1600 से अधिक पुलिस के जवानों की तैनाती की जाती है, वहीं रेणुकाजी मेले में सुरक्षाकर्मियों की संख्या मात्र मेहज 350 के करीब रहती है, जिनमें 150 के करीब संख्या होमगार्ड के जवानों की रहती हैं।

उक्त संगठनों तथा पंचायत प्रतिनिधियों ने सदियों से इस मेले में लगने वाले गिरिपार व जौनसार क्षेत्र के लोगों के डेरों के लिए भी प्लॉट छोड़ने अथवा पंडाल की व्यवस्था की अपील की। बता दे कि 1980 के दशक तक संगड़ाह क्षेत्र के लोगों के डेरों लिए निर्धारित स्थान पर अब झूले लगते हैं तथा प्लाट आवंटन से बोर्ड को लाखों की आमदनी होती है। इसके अलावा मेले की संस्कृतिक संध्या में स्थानीय कलाकारों को सम्मानजनक मानदेय के साथ-साथ उन्होंने अन्य अंतरराष्ट्रीय मेलों की तर्ज पर सांस्कृतिक संध्या का स्तर बनाए रखने की भी अपील की।

बता दे कि, भगवान परशुराम के अपनी मां से मिलने आने के दिन शुरू होने वाले उक्त मेले में अन्य मेलों तरह मेले का आनंद लेने वालों की वजाय दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की ज्यादा संख्या रहती है। पिछले करीब एक दशक से मेले के दौरान हर बार बसों की कमी रहती है, जिसके चलते लोगों को मजबूरन भारवाहक वाहनों अथवा ओवरलोडेड गाड़ियों में यात्रा करने पर मजबूर होना पड़ता है। ट्रेफिक व्यवस्था में लगे पुलिस कर्मियों की कमी तथा मेले के अस्थाई बस अड्डे के चलते जहां मेला स्थल में जाम लगने की समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ता है, वहीं मेला मार्ग की अस्थाई लाइटें भी कईं बार बंद रहती है।

उधर विकास बोर्ड के गैर-सरकारी सदस्यों के अनुसार उक्त सभी सुविधाओं अथवा सुझाव को लेकर उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई बोर्ड की बैठक में चर्चा हो चुकी है तथा इस बार गत वर्षों से बेहतर व्यवस्थाएं की गई है।

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