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विकास खंड पांवटा साहिब के अंतर्गत आने वाली पंचायत बद्रीपुर में सघन वन क्षेत्र में चल रही एक अवैध फैक्ट्री को स्थानीय पंचायत के लोगों ने बंद करवा दिया।अल्मुनियम पिघलाकर ब्रिक्स बनाने वाली यह फैक्गट्री रात होते ही धातु कण मिश्रित धुआं छोड़ती थी। कंपनी की बार-बार ऐसी हरकत के कारण स्थानीय पंचायत ने इनकी एनओसी रद्द कर दी थी लेकिन बावजूद इसके ना प्लांट बंद हुआ ना प्लांट ने धूआँ उगलना बंद किया। बीती रात भी फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में दम घोंटने वाला दुआ निकला तो लोगों के सब्र का बांध टूटा।
बता दे कि इस प्लांट में दवाओं के रैपर पिघलाकर इनसे अल्मुनियम ब्रिक बनाई जाती है। इसका अधिकतर रॉ मैटेरियल फार्मा प्लांट के रिजेक्टेड टैबलेट स्ट्रिप्स होते हैं जिस पर प्लास्टिक की परत चढ़ी होती है। एल्युमीनियम की टेबलेट स्ट्रिप्स को जलाए जाने से बेहद जहरीला धुआ निकलता है जो आसपास के खुले क्षेत्र में छोड़ा जा रहा था।
इस धुएं के कारण कई किलोमीटर क्षेत्र में लोगों कको घुटन महसूस हो रही जिसके कारण ग्रामीणो का जीना दूभर हो गया है। वही स्थानीय ग्रामीण अमरजीत व दर्जनों ग्रामीणों का आरोप है कि प्लांट में नियम कानूनों को ताक पर रखकर काम किया जाता है। जिसके चलते इस प्रक्रिया में निकलने वाला धुआं खुले आसमान में छोड़ा जाता है। फैक्ट्री में ना तो प्रदूषण नियंत्रण के लिए डिवाइस लगे हैं न ही भाटियों को तय नियमों के अनुसार डिजाइन किया गया है। लोग इस बात को लेकर हैरान है कि नियम पूरे ना होने के बावजूद प्लांट को चलाने की अनुमति पोल्युशन विभाग ने कैसे दे दी।
उधर ,बद्रीपुर पंचायत प्रधान रामलाल शर्मा ने बताया कि इस प्लांट को तय मानकों के हिसाब से पोलूशन डिवाइस लगाने की शर्त पर एनओसी दी गई थी लेकिन प्लांट के संचालकों ने प्रदूषण नियंत्रण और जहरीले धुएं की रोकथाम के लिए कोई इंतजाम नहीं किए जिसके चलते है हमने पंचायत एन ओ सी कैंसिल कर दी है व प्रशासन को सौंप दी है।
वही बीती रात्रि लगभग 10 बजे भी फैक्ट्री में अल्मुनियम कंटेंट जलाया गया। जिसका धुआं पांवटा शहर तक लगभग 4 किलोमीटर क्षेत्र तक फैल गया। ऐसे में गुस्साए ग्रामीण स्थानीय पंचायत प्रधान के साथ मिलकर फेक्ट्री पहुंचे और फैक्ट्री को बंद करवा दिया। इस दौरान पंचायत के लोगों व संचालकों के बीच जमकर हंगामा भी हुआ। पंचायत के लोगों का कहना है कि प्लांट से निकलने वाले धुंए की वजह से बच्चे और बुजुर्ग बीमार हो रहे हैं।
इस मामले में उन्होंने जांच की मांग की है ताकि पता लग सके कि बेहद अधिक प्रदूषण फैलाने वाला ही है प्लांट किस किस पर चल रहा था।इस बारे में एसडीएम आउटर एल आर वर्मा ने बताया कि उनके पास इस कंपनी द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण की शिकायत आई है जिसके गहनता से जांच की जाएगी अगर कोई खामी कंपनी प्रबंधन की पाई जाती है तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए
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