News portals-सबकी खबर (धर्मशाला)
प्रदेश के विधानसभा क्षेत्र धर्मशाला की पासू पंचायत के लोगों ने सरकार से डेढ़ साल में कोई राहत न मिलने के कारण अपने खर्चे पर छठी बार राहगीरों व दोपहिया वाहनों के लिए 2 जे.सी.बी. की मदद से वैकल्पिक पुल का निर्माण किया। यह पुल 12 जुलाई, 2021 को मांझी खड्ड में आई बाढ़ के कारण बह गया था। तब से करीब डेढ़ साल का समय बीत गया है, लेकिन लोक निर्माण विभाग व प्रदेश सरकार की ओर से नए पुल का काम शुरू नहीं किया गया। इस वजह से अब लोगों में भारी रोष पनप रहा है और दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब लोगों ने नई सरकार बनने के बाद पहले शीतकालीन सत्र का घेराव करने का मन बना लिया है। साथ ही ग्रामीण लोक निर्माण विभाग मंडल के बाहर भी धरना-प्रदर्शन को तैयार हैं। विभाग से सुस्त रवैये का खमियाजा ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है। बता दें कि चुनावों से पहले भाजपा सरकार ने नए पुल का शिलान्यास कर दिया, लेकिन 4 माह से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी लोक निर्माण विभाग आज तक एक पुल की डी.पी.आर. तक तैयार नहीं कर पाया है। ठेकेदार ने पुल बनाने के लिए वहां पर निर्माण सामग्री तक भेज दी है और लेबर भी लेकिन विभाग से पुल का नक्शा न मिल पाने के कारण पुल का काम शुरू नहीं हो पा रहा है। डेढ़ साल में ग्रामीणों ने अपने खर्चे पर छठी बार वैकल्पिक पुल बनाया है। अभी तक ग्रामीण अपने स्तर पर 80 हजार रुपए से अधिक का पैसा खर्च कर चुके हैं। इतना ही नहीं ठेकेदार ने खड्ड में एक तरफ बड़ा गड्ढा कर दिया है, जिस वजह से अब लोगों को खड्ड में भारी पानी के आने का डर सताने लगा है क्योंकि अधिक पानी आने से खड्ड का पानी काफी नुक्सान पहुंचा सकता है। ठेकेदार साहिल शर्मा ने बताया कि आज तक लोक निर्माण विभाग के अधिकारी पुल का नक्शा तक तैयार नहीं कर पाए हैं। इस वजह से काम शुरू नहीं हो पा रहा है|
Recent Comments