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चार उपमंडल का एक मात्र सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में एक महीने बाद भी जर्नल वार्ड में मरिजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। अधिक्तर मरीजों को मेडिकल कॉलेज नाहन रेफर किये जा रहे है। आपातकाल वार्ड में एक बेड पर दो दो मरीजों को भर्ती किया जा रहा है जिससे मरिजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि प्रदेश सरकार ने सिविल अस्पताल में 150 बेड व बिभिन्न प्रकार के 73 पदों को भरने की मंजूरी दी है लेकिन उसके बावजूद भी अभी तक मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।
गौरतलब हो कि सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में स्टाफ नर्सों के आभाव के कारण एक महीने से जर्नल वार्डों में मरिजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।
पांवटा साहिब के मनिंदर सिंह, कपिल ठाकुर , नरेश शर्मा ,यशपाल, अजय कुमार, अंशुल शर्मा, कोड़गा के निवासी रणवीर कपूर, मामराज, सुरेंद्र सिंह, शिल्ला निवासी नरेश कुमार, गुमान चौहान, अनिल वकील , राजेन्द्र , विनोद प्रदीप, आदि ने बताया की पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में दूरदराज क्षेत्र से प्रतिदिन सैंकड़ों लोग पांवटा साहिब में उपचार करवाने आते हैं।लेकिन सिविल अस्पताल में पिछले महीने से मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं हल्की सी बीमारी में भी मरीजों को नॉन मेडिकल कालेज के लिए रेफर किया जा रहा है जिस कारण लोगों को बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया की पांवटा साहिब में चार विधानसभा क्षेत्रों सहित पड़ोसी राज्य उत्तराखंड व हरियाणा से भी लोग यहां आतें। प्रदेश सरकार ने सिविल अस्पताल पांवटा साहिब को 100 बेड से 150 बेड व विभिन्न प्रकार खाली 73 पदों को भरने की मंजूरी दी है। लेकिन उसके बावजूद भी अस्पताल की व्यवस्था नहीं सुधरी है जिससे आम गरीब जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तथा निजी अस्पतालों में अपना उपचार करना पड़ रहा है
हालांकि केंद्र सरकार ने आयुष्मान स्वास्थ्य योजना व प्रदेश सरकार ने हिम केयर स्वास्थ्य योजना चलाई हुई लेकिन जब सिविल हस्पताल में भर्ती नहीं कर रहे हैं तो मरीजों को इन योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। बरसात के मौसम में बुखार के मामलें अधिक आ रहे है लेकिन अस्पताल में मात्रा आपातकाल वार्ड में ही मरीजों को रखा जा रहा है जहां पर मात्र पांच बेड है और एक बेड पर दो मरिजों को रखा जा रहा है।
उधर ,सिविल अस्पताल पांवटा साहिब के प्रभारी संजीव सहगल ने बताया की अस्पताल में स्टाफ के आभाव के जर्नल वार्ड में मरीज भर्ती नहीं हो पा रहे थे। लेकिन अब सरकार ने खाली पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी कर दी है तथा जल्द ही अस्पताल की व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू हो जायेगी।
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