100 बीघा में से सिर्फ एक बीघा जमीन में अदरक
News portals-सबकी खबर (संगडाह)
सरकार अथवा कृषि विभाग द्वारा किसानों को अदरक का उन्नत बीज उपलब्ध करवाने तथा उन्हें खेती की नवीन तकनीक सिखाने के लिए करीब छः दशक पहले शुरू किया गया जिंजर डेवलपमेंट सेंटर हरलो सरकारी अनदेखी के चलते सफेद हाथी साबित हो रहा है। सौ बीघा के इस फार्म में इस बार केवल एक बीघा में ही अदरक उगाया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा हालांकि इस फार्म को अदरक पर अनुसंधान करने व किसानों को बेहतर बीज उपलब्ध करवाने के लिए तैयार किया गया था, मगर आलम यह है कि यहां न तो यहां अदरक पर कोई अनुसंधान हो रहा है
और न ही किसानों को इससे कोई अन्य लाभ मिल पा रहा है। विभाग के अनुसार स्टाफ के अभाव में यहां केवल एक बेलदार नियमित रूप से तैनात है, जिसके चलते फार्म के कुछ हिस्से में दाल व तिलहन उगाए गए हैं तथा शेष भाग बंजर पड़ा है। हरलो फार्म में कृषि प्रसार अधिकारी का पद लंबे अरसे से खाली होना भी यहां करीब आधे हिस्से के बंजर दिखने का एक मुख्य कारण समझा जाता है।
इस अदरक विकास केंद्र सहित सहित विकास खंड संगड़ाह में कृषि प्रसार अधिकारी के कुल 8 में से 6 पद खाली है तथा एडीओ के दोनों पद खाली पड़े हैं। कृषि विषयवाद विशेषज्ञ संगड़ाह अनुप कतना ने बताया कि, हरलो फार्म में कृषि प्रसार अधिकारी तथा बेलदारों के खाली पदों यहां केवल एक बीघा में अदरक की खेती की जा रही है। उन्होंने कहा कि, अदरक के अलावा यहां दालें व तिल आदि फसलें भी उगाई जा रही है।
Recent Comments