Breaking News :

मौसम विभाग का पूर्वानुमान,18 से करवट लेगा अंबर

हमारी सरकार मजबूत, खुद संशय में कांग्रेस : बिंदल

आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद 7.85 करोड़ रुपये की जब्ती

16 दिन बाद उत्तराखंड के त्यूणी के पास मिली लापता जागर सिंह की Deadbody

कांग्रेस को हार का डर, नहीं कर रहे निर्दलियों इस्तीफे मंजूर : हंस राज

राज्यपाल ने डॉ. किरण चड्ढा द्वारा लिखित ‘डलहौजी थू्र माई आइज’ पुस्तक का विमोचन किया

सिरमौर जिला में स्वीप गतिविधियां पकड़ने लगी हैं जोर

प्रदेश में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निवार्चन के लिए तैयारियां पूर्ण: प्रबोध सक्सेना

डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस ने किया ओएनडीसी पर क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन

इंदू वर्मा ने दल बल के साथ ज्वाइन की भाजपा, बिंदल ने पहनाया पटका

November 24, 2024

खाद्य आपूर्ति विभाग ने डिजिटल राशनकार्ड बनाने की जिम्मेदारी ग्रामीण विकास विभाग को सोंपी

News portals-सबकी खबर (शिमला)

खाद्य आपूर्ति विभाग ने डिजिटल राशनकार्ड बनाने की जिम्मेदारी ग्रामीण विकास विभाग को सौंप दी है। बीपीएल और अंत्योदय के राशनकार्ड बनवाकर प्रदेश में तैनात 125 सरकारी अफसरों की ओर से गरीबों का राशनकार्ड डकारने का मामला सामने आने के बाद अब पंचायतें खुद डिजिटल राशनकार्ड बनाएंगी। इससे पहले भी हालांकि राशनकार्ड तो पंचायतें खुद बनातीं थीं, लेकिन उनकी डिजिटाइजेशन खाद्य आपूर्ति विभाग करता था।

फ्रॉड का मामला सामने आने के बाद अब विभाग का कहना है कि कौन गरीब है और कौन नहीं ये पंचायत सचिव, पंचायत प्रधानों और ग्रामीण विकास विभाग को पता है। इसलिए खाद्य आपूर्ति विभाग यह काम ग्रामीण विकास विभाग को सौंपेगा।खाद्य आपूर्ति विभाग का कहना है कि वर्ष 2013 से पहले भी पंचायतों में ही राशनकार्ड बनते थे। पंचायतों में सभी लोगों का रिकॉर्ड रहता है। ऐसे में घपला होने की आशंका नहीं रहेगी। दोनों विभागों में इसको लेकर बैठक भी हुई है। आशंका यही है कि 125 असिस्टेंट प्रोफेसर, मेडिकल आफिसर और स्कूल प्रवक्ता ऐसे हैं, जिन्होंने बीपीएल और अंत्योदय राशनकार्ड बनाने का काम पंचायत प्रधानों और सचिवोें की ही मिलीभगत से किया है।

मजे की बात तो यह भी है कि बीपीएल श्रेणी वालों को केंद्र से जारी 5 किलो प्रतिव्यक्ति मुफ्त चावल भी 104 अफसरों ने डकार लिए। इसमें 20 डॉक्टर, 40 प्रवक्ता व अन्य अधिकारी शामिल हैं। यह राशन पिछले माह ही डिपुओं में आवंटित हुआ है। अब पंचायतों में कार्ड बनाए जाने से पूरी जिम्मेदारी ग्रामीण विकास विभाग की होगी।

Read Previous

हिमाचल में बीते 24 घंटो में 157 कोरोना पॉजिटिव मामले आये सामने

Read Next

एचआरटीसी पुरानी टिकेटिंग मशीनों को बदलकर 4500 नई इलेक्ट्रॉनिक बस टिकेटिंग मशीनें खरीदेगी

error: Content is protected !!