News portals- सबकी खबर (कुल्लू) हिमाचल प्रदेश अर्थात देवभूमि यहाँ अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में इस साल दशहरा के इतिहास में पहली बार 304 देवी-देवता शामिल हुए हैं। इस बार ही नही हर वर्ष दशहरे में देवी- देवताओ की संख्या में वृद्धि हो रही है | 2021 के दशहरा में कोरोना काल के दौरान भी दशहरा में 283 देवी-देवता शामिल हुए थे।दशहरा में बढ़ रही देवताओं की संख्या के एतिहासिक ढालपुर मैदान भी छोटा पड़ने लगा है। ऐसे में दशहरा में आ रहे नए देवताओं को बैठाना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है।
इसमें अधिकतर देवता निमंत्रण को स्वीकार कर भगवान रघुनाथ के उत्सव की शोभा बढ़ाने पहुंचे हैं। 31 देवता बिना निमंत्रण पहली बार उत्सव में भाग ले रहे हैं। 1650 को अयोध्या से लाए भगवान रघुनाथ के बाद से दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है। दशहरे में जिले भर से देवी-देवता आते है | जिससे कि दशहरे में रौनक रहती है | दशहरे में साल 2000 के बाद देवताओं का आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया और अब लगातार बढ़ रहा है। वही, इस साल ढालपुर मैदान में 304 देवी -देवताओं के आगमन से रघुनाथ की नगरी देवलोक में बदल गई है। साठ के दशक के बाद दशहरा के लिए देवी-देवताओं को जिला प्रशासन कर तरफ से निमंत्रण देना शुरू किया गया। परन्तु , कुल्लू का दशहरा इतना प्रसिद्ध है कि देवी-देवता कारदार संघ के जिला अध्यक्ष दोत राम ठाकुर ने कहा कि 304 देवी- देवताओ में 31 देवता बिना बुलावे के शामिल हुए हैं।धीरे-धीरे देवताओं की संख्या में इजाफा होने लगा है | दशहरे में शामिल देवी-देवताओ में पंजीकृत 304 देवी-देवता, 131 गैर माफीदार, माफीदार 142 शामिल हुए है | प्रदेश के जिला कुल्लू में दशहरे के अलावा भी देवी-देवता में भरपूर आस्था है | बिजली महादेव जिले में प्रसिद्ध मंदिर है इसके अतिरिक्त भी अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में देवी-देवता विराजमान है |
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